Chhattisgarh: छत्तीसगढ़ में कंवर्जन के बढ़ते मामलों का मुद्दा अब संसद तक पहुंच चुका है. हाल ही में दुर्ग रेलवे स्टेशन पर GRP ने बड़ा एक्शन लिया था. GRP ने रेलवे स्टेशन पर युवतियों का कंवर्जन (धर्मांतरण) कराने के आरोप में 2 नन समेत अन्य को गिरफ्तार किया था. इस दौरान मौके पर बड़ी संख्या में मौके पर बजरंग दल के कार्यकर्ता भी मौजूद थे. इस एक्शन को लेकर सियासत शुरू हो गई है. केरल के CM पिनाराई विजयन ने PM मोदी को इस संबंध में पत्र लिखा है. वहीं, संसद में भी UDF के सांसदों ने विरोध किया, जिसके बाद कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने इसे ‘गुंडा राज’ बताया है. जानें पूरा मामला-
दुर्ग रेलवे स्टेशन पर GRP का एक्शन
मामला 25 जुलाई का है. दुर्ग रेलवे स्टेशन पर बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने कंवर्जन (धर्मांतरण) की आशंका जताते हुए जमकर प्रदर्शन किया. सैकड़ों की संख्या में पहुंचे कार्यकर्ताओं की जानकारी मिलते ही GRP मौके पर पहुंची. यहां बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने दो नन सिस्टर, एक युवक और तीन आदिवासी युवतियों को घेरकर रोक लिया था.
युवतियों का कंवर्जन कराने आगरा ले जाने का आरोप
बजरंग दल के कार्यकर्ताओं का आरोप था कि ये लोग तीन युवतियों को बहला-फुसलाकर उत्तर प्रदेश के आगरा ले जा रहे थे, जहां उनके कंवर्जन की योजना थी. तीनों आदिवासी युवतियां नारायणपुर जिले के ग्राम ओरछा की रहने वाली बताई जा रही हैं. आरोप यह भी था कि युवतियों की उम्र काफी कम है, जो 8वीं क्लास से ज्यादा नहीं पढ़ी हैं.
पहले भी करा चुका कंवर्जन
बजरंग दल के कार्यकर्ताओं के हंगामे की जानकारी मिलेते ही GRP मौके पर पहुंची. इस दौरान पुलिस ने मौके से दो नन, युवक और तीनों युवतियों को गिरफ्तार कर थाने लाकर पूछताछ शुरू कर दी. आरोप है कि पुलिस ने जिस युवक को गिरफ्तार किया है वह पहले भी कंवर्जन कराने के मामलों में शामिल रहा है.
कौन हैं दोनों नन, जिनके लिए केरल CM ने PM मोदी को लिखा पत्र?
जानकारी के मुताबिक दोनों नन मलयाली हैं. वह ग्रीन गार्डन्स धार्मिक समुदाय की नन हैं. ऐसे में केरल के CM पिनाराई विजयन ने उन दोनों नन की गिरफ्तारी के संबंध में PM नरेंद्र मोदी को पत्र लिखा है. केरल मुख्यमंत्री कार्यालय की ओर से एक बयान जारी किया गया है, जिसके मुताबिक मुख्यमंत्री विजयन ने अपने पत्र में बताया कि दो सिस्टर को हाल ही में छत्तीसगढ़ के दुर्ग रेलवे स्टेशन से पुलिस ने हिरासत में लिया. यह एक्शन तब लिया गया जब वो अपने कॉन्वेंट में नौकरी के लिए आए लोगों को लेने गई थीं. साथ ही उनसे संपर्क न हो पाने के भी आरोप लगाए हैं.
संसद के बाहर UDF के सांसदों का विरोध
दुर्ग GRP के इस एक्शन की गूंज संसद तक पहुंच गई है. 28 जुलाई को संसद में UDF के सांसदों ने विरोध प्रदर्शन किया. इस बारे में जानकारी देते हुए AICC के महासचिव केसी वेणुगोपाल ने सोशल मीडिया पर पोस्ट करते हुए लिखा- ‘छत्तीसगढ़ के दुर्ग में कैथोलिक ननों की चौंकाने वाली गिरफ्तारी और उत्पीड़न के खिलाफ आज UDF सांसदों ने संसद के बाहर जोरदार विरोध प्रदर्शन किया. बिना किसी अपराध के हिंसक भीड़ ने उन्हें निशाना बनाया. BJP-RSS तंत्र द्वारा, सभी अल्पसंख्यकों के साथ अपराधियों जैसा व्यवहार किया जाता है और अपने धर्म का पालन करने वाले साथी नागरिकों को डराने-धमकाने के लिए गुंडे तत्वों को छोड़ दिया जाता है.’
UDF MPs held a strong protest outside Parliament today against the shocking arrest and harassment of Catholic nuns in Durg in Chhattisgarh. They were targeted by a violent mob despite no wrongdoing.
— K C Venugopal (@kcvenugopalmp) July 28, 2025
By the BJP-RSS ecosystem, all minorities are treated as criminals and lumpen… pic.twitter.com/ykUG4oFVIO
उन्होंने आगे लिखा- ‘छत्तीसगढ़ में बजरंग दल के गुंडों और पुलिस के बीच यह जुगलबंदी धार्मिक अल्पसंख्यकों के प्रति भाजपा की असली मंशा को दर्शाती है. हम उनकी तत्काल रिहाई और निर्दोष ननों के लिए न्याय की मांग करते हैं.’
राहुल गांधी ने बताया ‘गुंडा राज’
वहीं, लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने भी इस मामले को लेकर प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने X पर लिखा- ‘छत्तीसगढ़ में दो कैथोलिक ननों को उनकी आस्था के कारण निशाना बनाकर जेल भेज दिया गया – यह न्याय नहीं, बल्कि BJP-RSS का गुंडा राज है. यह एक खतरनाक पैटर्न को दर्शाता है: इस शासन में अल्पसंख्यकों का व्यवस्थित उत्पीड़न.’
Two Catholic nuns jailed in Chhattisgarh after being targeted for their faith – this isn’t justice, it’s BJP-RSS mob rule.
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) July 28, 2025
It reflects a dangerous pattern: systematic persecution of minorities under this regime.
UDF MPs protested in Parliament today. We will not be silent.… https://t.co/as67WaLmdV
उन्होंने आगे लिखा- ‘ UDF सांसदों ने आज संसद में विरोध प्रदर्शन किया. हम चुप नहीं बैठेंगे. धार्मिक स्वतंत्रता एक संवैधानिक अधिकार है. हम उनकी तत्काल रिहाई और इस अन्याय के लिए जवाबदेही की मांग करते हैं.’
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बता दें कि दुर्ग GRP ने बजरंग दल की शिकायत के आधार पर दो नन और युवक पर धारा 143 BNS के तहत मामला दर्ज किया है. आगे की जांच और कार्रवाई की जा रही है.
