Pakistan: पाकिस्तान में हिंदू नेता ने देश में अल्पसंख्यक लड़कियों के जबरन धर्म परिवर्तन पर चिंता व्यक्त की है. देश की संसद में बोलते हुए सीनेटर दानेश कुमार पल्यानी ने कहा कि पाकिस्तान का संविधान जबरन धर्म परिवर्तन की अनुमति नहीं देता है और न ही कुरान. उन्होंने कहा, “हिंदुओं की बेटियां कोई लूट का माल नहीं हैं कि कोई जबरन उनका धर्म बदलवा दे, सिंध में हिंदू लड़कियों का जबरन धर्म परिवर्तन कराया जा रहा है.”
संविधान और कुरान जबरन धर्म परिवर्तन की अनुमति नहीं देता: दानेश
दानेश ने कहा कि मासूम प्रिया कुमारी के अपहरण को दो साल हो गये. सरकार इन प्रभावशाली लोगों पर कार्रवाई नहीं करती. कुछ गंदे अंडों और लुटेरों ने हमारी प्यारी मातृभूमि पाकिस्तान को बदनाम कर दिया है. पल्यानी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक पोस्ट में कहा, “पाकिस्तान का कानून व संविधान जबरन धर्म परिवर्तन की अनुमति नहीं देता है और न ही पवित्र कुरान.”
The daughters of Hindus are not a booty that someone should forcibly change their religion, Hindu girls are being forcibly converted to religion in Sindh. It has been two years since innocent Priya Kumari was abducted. The government does not take action against these influential… pic.twitter.com/mhl1zArNAO
— Senator Danesh Kumar Palyani (@palyani) April 30, 2024
महिलाओं और लड़कियों के लिए सुरक्षा संयुक्त राष्ट्र विशेषज्ञों ने क्या कहा?
बता दें कि पिछले महीने संयुक्त राष्ट्र विशेषज्ञों ने पाकिस्तान में अल्पसंख्यक समुदायों की युवा महिलाओं और लड़कियों के लिए सुरक्षा की निरंतर कमी पर निराशा व्यक्त करने के बाद आया है. विशेषज्ञों ने कहा, “ईसाई और हिंदू लड़कियां विशेष रूप से जबरन धर्म परिवर्तन, अपहरण, तस्करी, बाल विवाह, जल्दी और जबरन शादी, घरेलू दासता और यौन हिंसा के प्रति संवेदनशील रहती हैं. धार्मिक अल्पसंख्यक समुदायों से संबंधित युवा महिलाओं और लड़कियों को ऐसे जघन्य मानवाधिकारों के उल्लंघन और ऐसे अपराधों की छूट को अब बर्दाश्त नहीं किया जा सकता है और न ही उचित ठहराया जा सकता है.”
संयुक्त राष्ट्र विशेषज्ञों ने चिंता व्यक्त की कि अपराधी अक्सर जवाबदेही से बच जाते हैं. पुलिस ‘प्रेम विवाह’ की आड़ में अपराधों को खारिज कर देती है.” विशेषज्ञों ने इस बात पर जोर दिया कि बाल विवाह, कम उम्र में और जबरन विवाह को धार्मिक या सांस्कृतिक आधार पर उचित नहीं ठहराया जा सकता.
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ह्यूमन राइट कमीशन की रिपोर्ट में क्या है?
वैसे तो पाकिस्तान में हिंदूओं पर किस तरह जुल्म हो रहा है, उसके सटीक आंकड़ें की संभावना दुनिया पाकिस्तान से तो नहीं कर सकती, लेकिन ह्यूमन राइट कमीशन पाकिस्तान की एक रिपोर्ट की मानें तो पाकिस्तान में हर साल लगभग 1000 लड़कियों का धर्मांतरण जबरन कराया जाता है. इनमें ज्यादातर बच्चियों की उम्र 14 से 20 साल के बीच होती है. कई रिपोर्ट्स दावा करते हैं कि पहले इन बच्चियों को अगवा किया जाता है और फिर उन्हें धमका कर, डरा कर उनका धर्मांतरण कराया जाता है और फिर उनका किसी मुस्लिम युवक से निकाह करा दिया जाता है.