Ebrahim Raisi Death: ईरान के राष्ट्रपति इब्राहिम रईसी की हेलीकॉप्टर दुर्घटना में मृत्यु हो गई है. ईरानी राज्य मीडिया ने पुष्टि की है. खराब मौसम के बीच पहाड़ी इलाकों में घंटों की तलाश के बाद बचाव दल ने दुर्घटनाग्रस्त हेलीकॉप्टर का पता लगाया. एक अधिकारी ने समाचार एजेंसी रॉयटर्स को बताया, “दुर्घटना में राष्ट्रपति रईसी का हेलीकॉप्टर पूरी तरह जल गया.” उनके साथ विदेश मंत्री होसैन अमीराबडोलहियन और अन्य वरिष्ठ अधिकारी भी थे.
बताया जा रहा है कि रविवार को देश के उत्तर-पश्चिमी क्षेत्र के जोल्फा में हेलिकॉप्टर दुर्घटनाग्रस्त हो गया. यह घटना तब हुई जब रायसी और अन्य लोग अज़रबैजान से वापस आ रहे थे. यदि ईरान के सर्वोच्च नेता अयातुल्ला अली खामेनेई ने मंजूरी दे दी है, तो राष्ट्रपति पद के लिए कतार में अगले प्रथम उपराष्ट्रपति मोहम्मद मोखबर हैं. ईरानी राष्ट्रपति के निधन पर पीएम मोदी ने भी दुख जताया है. उन्होंने अपने एक्स हैंडल पर लिखा, “इब्राहिम रईसी के दुखद निधन से बहुत दुखी और स्तब्ध हूं. दुख की इस घड़ी में भारत ईरान के साथ खड़ा है.”
ईरान के राष्ट्रपति इब्राहिम रईसी के निधन पर PM मोदी ने जताया शोक. ट्वीट कर लिखा, “इब्राहिम रईसी के दुखद निधन से बहुत दुखी और स्तब्ध हूं. दुख की इस घड़ी में भारत ईरान के साथ खड़ा है.”#Iran #EbrahimRaisi #HelicopterCrash #NarendraModi #VistaarNews pic.twitter.com/9TlHLkUhKV
— Vistaar News (@VistaarNews) May 20, 2024
कौन थे रईसी?
63 वर्षीय इब्राहिम रईसी एक कट्टरपंथी छवि के नेता रहे हैं, जिन्होंने पूर्व में देश की न्यायपालिका का नेतृत्व किया था. उन्हें ईरान के सर्वोच्च नेता अयातुल्ला अली खामेनेई के करीबी के रूप में देखा जाता था और कुछ विश्लेषकों का कहना था कि वह 85 वर्षीय नेता (खामेनेई) की मृत्यु या पद से इस्तीफा देने के बाद उनकी जगह ले सकते थे. रईसी ने ईरान का 2021 का राष्ट्रपति चुनाव जीता था.
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हिजाब और पवित्रता कानून का जबरन पालन करवाना पड़ा था भारी
रईसी के शासनकाल में ही ईरान में हिजाब विवाद भी गहराया था. ईरान के ‘हिजाब और पवित्रता कानून’ का जबरन पालन करवाना भी रईसी प्रशासन को भारी पड़ा था, जिसका कड़ा विरोध हुआ. इसी का विरोध करते हुए वहां कि महिलाएं महसा अमिनी और अर्मिता गेरावंद की मौत हो गई थी, जिसके बाद सरकार का विरोध तेज हो गया और लोगों ने हिजाब पहनने से मना करते हुए बाल तक काटने शुरू कर दिए. दोनों महिलाओं की कथित तौर पर हिजाब कानून का उल्लंघन करने के बाद हिरासत के दौरान पुलिस की बर्बरता के चलते मृत्यु हो गई थी.