Bihar Lok Sabha Election 2024: देश में जल्द लोकसभा चुनाव होने वाले हैं. ऐसे में इस बीच समीकरणों को साधने के लिए राजनीतिक दलों की ओर से गठबंधन के ताने-बाने बुने जा रहे हैं. कुछ दिनों पहले खबर आ रही थी चिराग पासवान(Chirag Paswan) बिहार में सीट शेयरिंग को लेकर भारतीय जनता पार्टी के अगुवाई वाले राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन(NDA) से नाराज बताए जा रहे थे. बुधवार, 13 मार्च को लोक जनशक्ति पार्टी-रामविलास प्रमुख चिराग पासवान BJP के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा से मुलाकात करने पहुंचे थे. उनके साथ BJP के पूर्व अध्यक्ष मंगल पांडे भी साथ में मौजूद रहे. इसके बाद सीट शेयरिंग पर बड़ी जानकारी सामने आ रही है.
18 सीटों पर BJP लड़ेंगी चुनाव
कहा जा रहा है कि बिहार में चिराग पासवान के साथ बीजेपी की सीट शेयरिंग फाइनल हो गई है. मिली जानकारी के मुताबिक चिराग की पार्टी को बिहार की 40 में से चार सीटें मिल सकती हैं. NDA के सीट शेयरिंग के फॉर्मूले के तहत JDU को 16, जीतन राम मांझी और उपेंद्र कुशवाहा की पार्टी को एक-एक सीट देने पर सहमति बन गई है. बाकी बची 18 सीटों पर BJP अपने उम्मीदवारों को उतार सकती है.
As a member of the NDA, today in a meeting with BJP National President Hon Shri @jpnadda ji, we have together finalised the seat sharing in Bihar for the ensuing Lok Sabha polls.
The same will be announced in due course.एनडीए के सदस्य के रूप में आज भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष… pic.twitter.com/hpAQNC5HKo
— युवा बिहारी चिराग पासवान (@iChiragPaswan) March 13, 2024
‘X’ पर शेयर की मुलाकात की तस्वीरें
वहीं BJP के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा से मुलाकात की तस्वीरों को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘X’ शेयर करते हुए उन्होंने लिखा, ‘NDA के सदस्य के रूप में आज BJP के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा के साथ बैठक में हमने आगामी लोकसभा चुनावों के लिए बिहार में सीट बंटवारे को अंतिम रूप दे दिया है.’ उन्होंने आगे कहा कि उचित समय आने पर इसकी सूचना दी जाएगी.
हाजीपुर सीट को लेकर फंसा पेंच
दरअसल, चिराग पासवान ने चाहते हैं कि भावनात्मक रिश्ते की वजह से हाजीपुर की लोकसभा की सीट उन्हें ही दी जाए. वह इस सीट से अपनी मां को चुनावी मैदान में उतारना चाहते हैं. वहीं दूसरी तरफ उनके चाचा पशुपति पारस उस सीट से छोड़ने को तैयार नहीं हैं. उनकी तरफ से यह भी कह दिया गया है कि वह चिराग की पार्टी को फिर अपने साथ नहीं मिलाएंगे. इसी वजह से बिहार में NDA का बिहार में सीट शेयरिंग का फार्मूला फंसा हुआ था. ऐसे में अब जब जेपी नड्डा के साथ बैठक हो गई है, तो BJP को इसे राहत के तौर देखा जा सकता है.