जब हम बात करते हैं कहार जाति की, तो यह जाति बिहार के सभी 38 जिलों में फैली हुई है, लेकिन सबसे अधिक संख्या में यह जाति गया जिले में पाई जाती है. 2013 में हुए एक अध्ययन के अनुसार, कहार जाति की संख्या बिहार में 30 लाख से अधिक बताई गई थी. इसके अलावा, यह जाति चंद्रवंशी और रवानी जैसे नामों से भी जानी जाती है.
दूसरे पोस्टर में तो एक और बड़ा राजनीतिक तंज है. यह पोस्टर 10 मार्च के दिन को चारा घोटाले से जोड़ते हुए दिखाया गया है, जो लालू यादव के शासनकाल का सबसे बड़ा विवाद रहा है. इस पोस्टर में लालू यादव की होली खेलते हुए ढोल बजाने की तस्वीर को फिर से इस्तेमाल किया गया है, लेकिन इसे चारा घोटाले से जोड़ा गया है.
बिहार में हिंदुत्व की इन तीन प्रमुख शख्सियतों के दौरे से महागठबंधन की बेचैनी बढ़ गई है. राजद नेता तेजस्वी यादव इस मुद्दे को तूल देने से बचने की कोशिश कर रहे हैं और इसे संविधान की सीमाओं के भीतर रखने की बात कर रहे हैं. हालांकि, पार्टी के कुछ नेताओं ने खुले तौर पर बाबा बागेश्वर की गिरफ्तारी की मांग की है, और बीजेपी की इस रणनीति को विरोधी साजिश के तौर पर पेश किया है.
Bihar: प्रदेश में NDA की सरकार बनने के एक साल बाद मंत्रिमंडल का विस्तार किया गया है. वहीं यह बिहार चुनाव से 6 माह पहले कैबिनेट में 7 मंत्रियों को शामिल किया गया है. ये सभी मंत्री भाजपा कोटे से हैं. इस विस्तार के बाद से अब बिहार कैबिनेट में मंत्रियों की संख्या 36 हो गई है.
Bihar Politics: बिहार से यह खबर सामने आ रही है कि नीतीश कैबिनेट का विस्तार होगा. बुधवार, 26 फरवरी को बिहार में मंत्रिमंडल का विस्तार होना है.सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, मंत्रिमंडल के विस्तार के लिए गवर्नर आरिफ मोहम्मद खान से आज शाम का समय भी मांग लिया गया है. उम्मीद है की आज ही कैबिनेट विस्तार कर लिया जाएगा. विस्तार को लेकर कई अटकलें लगाई जा रही हैं.
पीएम मोदी का बिहार दौरा और उसके बाद नीतीश कुमार और जेपी नड्डा की बैठक यह साफ संकेत देती है कि राज्य में बीजेपी और जेडीयू का गठबंधन फिर से मजबूत हो सकता है. साथ ही, कुछ अन्य प्रमुख नेताओं की इसमें भूमिका अहम हो सकती है. केंद्रीय मंत्री शिवराज सिंह चौहान समेत अन्य कई केंद्रीय नेता भी बिहार में अपनी उपस्थिति दर्ज करवा चुके हैं.
Bihar Politics: आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बिहार दौरे पर पहुंचे हैं. इस दौरान PM मोदी ने RJD सुप्रीमो लालू यादव पर जम कर निशाना साधा. PM के साथ भागलपुर की मंच पर CM नीतीश कुमार भी मौजूद रहे. PM और CM ने मिल कर विपक्ष पर बयानों के तीर छोड़े. PM मोदी के इस दौरे से बिहार चुनाव का बिगुल बज चूका है.
जैसे ही इस हमले की खबर आई, पुलिस और प्रशासन हरकत में आ गए. पुलिस ने इलाके में अतिरिक्त बल तैनात किया और घटनास्थल से गोलियों के खोखे भी बरामद किए. आसपास के थानों को अलर्ट किया गया, और यह सुनिश्चित किया गया कि इलाके में किसी भी प्रकार की हिंसा ना फैले. लेकिन एक सवाल फिर उठता है कि क्या पुलिस सच में इन गैंग्स पर काबू पा सकेगी, या यह खौ़फनाक जंग ऐसे ही चलती रहेगी?
इस सम्मेलन में दिलीप जायसवाल ने और भी कई बातें कीं. उन्होंने बिहार में 2005 से पहले और आज के बिहार के हालात की तुलना करते हुए कहा, "तब लोग बिजली के बिना जीते थे, अब लोग नीतीश कुमार और नरेंद्र मोदी की सरकार की वजह से रोशनी देख रहे हैं."
नीतीश कुमार के लिए यह मान लेना कि वे तेजस्वी यादव को मुख्यमंत्री बनने देंगे, इतना आसान नहीं है. नीतीश कुमार की अपनी राजनीतिक स्थिति और बीजेपी के साथ उनका गठबंधन इस सवाल का जवाब तय करेगा कि क्या तेजस्वी यादव का मुख्यमंत्री बनने का सपना सच हो पाएगा या नहीं.