Supreme Court: सुप्रीम कोर्ट ने सोमवार को पश्चिम बंगाल सरकार से उस प्रक्रिया के बारे में बताने को कहा जो उन्होंने 77 समुदायों (जिनमें ज्यादातर मुस्लिम थे) को अन्य पिछड़ा वर्ग के रूप में वर्गीकृत करने, उन्हें आरक्षण लाभ के लिए पात्र बनाने के लिए अपनाई थी
Manual Scavengers: केंद्रीय मंत्री ने जानकारी देते हुए कहा कि 31 जुलाई 2024 तक, देश के 766 जिलों में से 732 जिलों ने खुद को हाथ से मैला ढोने से मुक्त घोषित कर दिया है.
Bangladesh Violence: शेख हसीना को जिन हालातों में इस्तीफा देकर अपना देश छोड़ना पड़ा है, उसके लिए अब 'विदेशी दखल' का दावा भी किया जा रहा है. शेख हसीना के बेटे सजीब वाजेद ने इस तख्तापलट के पीछे अमेरिका का हाथ होने का शक जाहिर किया है.
Khaleda Zia: पति जियाउर रहमान की हत्या के बाद खालिदा जिया ने अपने राजनीतिक करियर की शुरुआत की. 30 मई 1981 को बांग्लादेश के तत्कालीन राष्ट्रपति जियाउर रहमान की हत्या कर दी गई थी.
Bangladesh Violence: हनुमानगढ़ी के महंत राजू दास ने सोशल मीडिया पर पोस्ट कर लिखा, "यही वक़्त है भारत को बांग्लादेश पर अपना आधिपत्य स्थापित करना चाहिए. वरना ये पाकिस्तान से भी ज्यादा दर्द देगा".
विदेश मंत्री एस जयशंकर ने बांग्लादेश के हालात पर राज्यसभा में बयान दिया और भारत का रुख स्पष्ट किया. विदेश मंत्री ने कहा कि बांग्लादेश में लोग सड़कों पर हैं और वहां अल्पसंख्यक समुदाय हिंदुओं को निशाना बनाया गया है.
Bangladesh Violence: लगातार हो रहे हमले की वजह से बांग्लादेश में रहने वाले हिंदुओं में अब डर का माहौल है. दिनाजपुर कस्बे और रेलबाजारहाट में हिंदू मंदिरों में तोड़फोड़ के साथ ही उपद्रवियों ने 10 हिंदू परिवारों को अपना शिकार बना लिया.
Bangladesh Violence: आरक्षण को लेकर जारी प्रदर्शन और हिंसा के बीच बांग्लादेश में रहने वाले हिंदुओं को भी निशाना बनाया गया है. कई हिंदुओं के घरों और उनकी दुकानों को आग के हवाले कर दिया गया है.
Bangladesh Violence: बांग्लादेश में पिछले काफी समय से आरक्षण खत्म करने की मांग को लेकर छात्र धरना-प्रदर्शन कर रहे थे. धीरे-धीरे प्रदर्शन इतना उग्र हो गया कि प्रदर्शनकारी 5 अगस्त को बांग्लादेश के प्रधानमंत्री आवास की ओर बढ़े और उन्होंने पीएम आवास में जमकर लूटपाट की.
ऐसा नहीं है कि शेख हसीना पहली बार हिंसा का सामना कर रही हों. उनका राजनीतिक जीवन, उनके देश की तरह हिंसा से ही शुरू हुआ. 15 अगस्त 1975 को तख्तापलट के दौरान सेना के अधिकारियों ने ही उनके पिता शेख मुजीबुर्रहमान की हत्या कर दी थी.