दिल्ली की मेयर शैली ओबरॉय ने इस चुनाव को अवैध करार देते हुए कहा कि नियमों का उल्लंघन किया गया है. पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और पूर्व उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने भी चुनाव की प्रक्रिया की आलोचना की.
पुलिस को मुखबिर से सूचना मिली थी कि एक बड़ी शराब की खेप लेकर कुछ तस्कर नांगलोई से गुजरने वाले हैं. इसी जानकारी के आधार पर पुलिस ने कई स्थानों पर नाके लगाए थे, ताकि तस्करों को पकड़ा जा सके.
Delhi News: पुलिस ने मौके पर पहुंच कर पाया कि उनके कमरे का दरवाजा बंद है जिसके बाद दिल्ली फायर सर्विस की टीम को बुलाकर दरवाजे को तुड़वाया गया. पांचों के शव कमरे में पड़े हुए थे.
DUSU Election 2024: NSUI अध्यक्ष वरुण चौधरी ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट 'एक्स' पर एक वीडियो शेयर किया है. यह वीडियो उसी बूथ का है जहां कैंडिडेट और प्रोफेसर के बीच हाथापाई की घटना हुई है.
Delhi Liquor shortage: गौरतलब है कि पिछले साल तो दिल्ली में सिर्फ दिवाली के समय 100 करोड़ की शराब पी गई थी, लेकिन इस बार हालत बदले हैं, सरकार को तो नुकसान उठाना ही पड़ रहा है, पीने के शौकीनों को भ ज्यादा मेहनत करनी पड़ेगी.
MCD स्टैंडिंग कमेटी चुनाव पिछले डेढ़ साल से विवादों में है. 26 सितंबर को होने वाला चुनाव मेयर शैली ओबेरॉय द्वारा पांच अक्टूबर तक टाल दिया गया था, जिसके बाद एलजी ने चुनाव को जल्द कराने का आदेश दिया. सिसोदिया ने इस आदेश की कड़ी आलोचना की थी, जिसके बाद चुनाव को टाल दिया गया था.
अध्यक्ष पद के लिए ABVP के ऋषभ चौधरी, NSUI के रौनक खत्री और AISA की सावी गुप्ता के बीच कड़ी टक्कर हो रही है. उपाध्यक्ष पद के लिए ABVP के भानु प्रताप सिंह, NSUI के यश नांदल और AISA के आयुष मंडल के बीच मुकाबला है.
Delhi University: कोर्ट ने कहा कि बाद में इस पैसे की भरपाई चुनाव लड़ने वाले उन उम्मीदवारों से कर सकती है, जिन्होंने उक्त अपराध किया है. कोर्ट ने साफ कहा है कि जब तक सार्वजनिक संपत्तियों पर लगे पोस्टर हटाया नही दिया जाता तब तक वोटों की गिनती पर रोक रहेगी.
Arvind Kejriwal: केजरीवाल ने अपने भाषण में बीजेपी पर गंभीर आरोप लगाए. उन्होंने दावा किया कि बीजेपी का मुख्य एजेंडा उनकी सरकार को अस्थिर करना था. केजरीवाल ने कहा, “अगर तुम्हारी पार्टी के दो लोगों को जेल में डाल दें, तो पार्टी न टूट जाए.
Odd-Even Rule In Delhi: दिल्ली सरकार का कहना है कि प्रदूषण को कंट्रोल करने के लिए बीते सालों में कई स्तर पर काम किए गए हैं. जिनमें वृक्षारोपण एक अहम पड़ाव है.