Ambikapur से Raipur के लिए पैदल यात्रा पर निकले 3000 शिक्षक, जानें क्यों नौकरी पर लटक रही तलवार!

Ambikapur: अपनी नौकरी की सुरक्षा की मांग को लेकर 3000 शिक्षक अंबिकापुर से रायपुर के लिए पैदल यात्रा पर रवाना हुए हैं. जानें कारण-
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शिक्षकों ने निकाली पदयात्रा

Ambikapur: छत्तीसगढ़ में 2023 में नियुक्त हुए B.Ed सहायक शिक्षकों की नौकरी पर तलवार लटक रही है. हाई कोर्ट के एक आदेश के बाद प्रदेश भर में करीब 3 हजार सहायक शिक्षकों को कभी भी नौकरी से निकाला जा सकता है. ऐसे में अपनी सेवा सुरक्षा को लेकर शनिवार को 3 हजार टीचर्स अंबिकापुर से रायपुर के लिए पैदल यात्रा पर रवाना हुए.

पैदल यात्रा पर 3000 शिक्षक

सेवा सुरक्षा की मांग को लेकर लगभग 3 हजार महिला और पुरुष बीएड धारी सहायक शिक्षकों ने अंबिकापुर से पैदल यात्रा निकाली. ये शिक्षक अंबिकापुर के PG कॉलेज मैदान से रायपुर के लिए 350 किलोमीटर की पैदल पद यात्रा पूरी करेंगे. यात्रा शुरू करने के बाद टीचर्स ने महामाया मंदिर में सामूहिक पूजा-अर्चना करते हुए मां महामाया का आशीर्वाद भी लिया.

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क्यों लटकी नौकरी पर तलवार?

सुप्रीम कोर्ट ने 11 अगस्त 2023 को एक आदेश पारित करते हुए प्राथमिक शाला के लिए D.Ed धारियों को योग्य माना है, जबकि B.Ed धरियों को अपात्र घोषित कर दिया है. कोर्ट के फैसले के बाद छत्तीसगढ़ में लगभग 3 हजार B.Ed धारी सहायक शिक्षक सीधे तौर पर प्रभावित हो रहे हैं. इनकी नौकरी कभी भी जा सकती है. वहीं, 15 महीने से प्राथमिक शालाओं में अपनी सेवा दे रहे इन सहायक शिक्षकों के सामने संकट की स्थिति निर्मित हो गई है. ऐसे में साय सरकार से सेवा सुरक्षा की मांग को लेकर B.Ed सहायक शिक्षकों ने अंबिकापुर से पद यात्रा निकाली है. इन सहायक शिक्षकों की पदयात्रा रायपुर में समाप्त होगी. प्राथमिक शालाओं में अपनी सेवा दे रहे B.Ed धारी सहायक शिक्षकों की मांग है कि साय सरकार बीच का रास्ता निकालकर उन्हें समायोजित कर नौकरी को सुरक्षित करें.

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