Mahadev App Betting: छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल पर महादेव एप्प मामले में EOW ने FIR दर्ज की गई है. इसके बाद EOW में दर्ज हुई FIR पर भूपेश बघेल ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर भाजपा सरकार पर निशाना साधा. भूपेश बघेल ने कहा कि FIR की कॉपी देखने से पता चल रहा है कि FIR 4 मार्च को दर्ज हुई थी. लेकिन इसे 17 मार्च रविवार को प्रकाशित किया गया. बघेल ने कहा कि आमतौर पर FIR तुरंत ही सार्वजनिक कर दी जाती है. फिर सवाल ये है कि FIR को इतने समय तक क्यों छिपा कर रखा गया. भूपेश बघेल ने कहा मेरे खिलाफ FIR करना भाजपा सरकार की साजिश है. FIR दिल्ली से प्रकाशित हुई है. लोकसभा चुनाव से पहले भाजपा हार मान चुकी है.
भाजपा ने मान लिया कि वह राजनांदगांव सीट हार रही
पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि भाजपा ने मान लिया है कि वह राजनांदगांव सीट हार रही है, इसलिए राजनीति से प्रेरित होकर FIR दर्ज किया गया है. FIR के विवरण में मेरा जिक्र नहीं है जबरन मेरा नाम डाला गया है. अपराधियों के जिन बयानों को ED ने आधार बनाया है, उनकी कोई विश्वसनीयता नहीं है.
मोदी की गारंटी और विष्णु के सुशासन से महादेव एप सांय सांय चल रहा: भूपेश
भूपेश बघेल ने कहा कि आज भी महादेव एप्प बंद नहीं है. प्रदेश और केंद्र दोनों में भाजपा की सरकार है. मोदी की गारंटी और विष्णु के सुसाशन से महादेव सट्टा एप सांय-सांय चल रहा है. अगर सरकार की हिम्मत है तो महादेव ऑनलाइन बुक एप्प बंद करके दिखाएं.
कांग्रेस सरकार के दौरान ही महादेव एप्प की जांच शुरू हुई: भूपेश बघेल
पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि कांग्रेस सरकार के दौरान ही महादेव एप्प की जांच शुरू हुई थी, इसी दौरान गिरफ्तारियों का सिलसिला भी शुरू हुआ था. हमने ही महादेव के संचालकों सौरव चंद्राकर और रवि उप्पल के खिलाफ लुक आउट नोटिस जारी किया था. कांग्रेस की सरकार ने कार्रवाई शुरू की और हम पर ही इसे संरक्षण देने का आरोप लगाना न केवल हास्यपद है बल्कि भाजपा के चरित्र को भी दिखाता है.
उन्होंने कहा कि भाजपा मान रही है कि मेरी वजह से छत्तीसगढ़ की बाकी सीटों पर चुनाव परिणाम पर असर पड़ेगा, इसलिए मुझे बेवजह बदनाम करने का षड्यंत्र रच रही है. यह आरोप वह भाजपा लगा रही है जिसने ‘चंदा दो धंधा लो’ और ‘हफ्ता वसूली अभियान’ के तहत हजारों करोड़ का चुनावी बांड अपने खाते में जमा करवाए.
राजनीति से प्रेरित होकर हुई है FIR
बघेल ने आरोप लगाया कि राजनीति से प्रेरित होकर मेरे खिलाफ एफआईआर दर्ज हुई है. चुनाव में हार के डर से भाजपा ने आनन-फानन में FIR में मेरा नाम डालने की साजिश रची. ऐसा कोई विवरण FIR में नहीं है जिससे यह साबित हो रहा है कि महादेव के संचालकों को संरक्षण देने में मेरी कोई भूमिका थी.
महादेव एप्प के प्रमोटर सौरभ चंद्राकर और रवि उप्पल पर भी FIR
बात दें कि पूर्व सीएम भूपेश बघेल पर हुए FIR में आईपीसी के तहत धोखाधड़ी, आपराधिक साजिश, विश्वासघात और जालसाजी से संबंधित विभिन्न धाराओं और भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम की धारा 7 और 11 के तहत आरोप हैं. इसके अलावा FIR में बनाए गए आरपियों पर 120 बी, 34, 406, 420, 467, 468, 471 की धाराएं लगाई गई है. वहीं इस एफआईआर में भूपेश बघेल के अलावा महादेव ऐप के प्रमोटर सौरभ चंद्राकर और रवि उप्पल समेत 19 अन्य लोगों का नाम भी शामिल हैं.