Ambikapur के इस नामी अस्पताल में आयुष्मान कार्ड से हुआ बड़ा फर्जीवाड़ा, 4 दलाल पकड़ाए
Ambikapur: छत्तीसगढ़ के अंबिकापुर के निजी अस्पतालों में स्वस्थ लोगों को लाकर भर्ती कराया जा रहा है और ऐसा इसलिए किया जा रहा है ताकि आयुष्मान योजना में गड़बड़ी की जा सके और सरकार को चुना लगाया जा सके.
इसका खुलासा सूरजपुर जिले के मोहरसोप नामक प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में हुआ है. जब यहां से अंबिकापुर के मेडिकल माता राज मेमोरियल अस्पताल में दलालों के द्वारा भर्ती करने के लिए स्वस्थ लोगों को लाया जा रहा था तो पूरा मामला सामने आया है.
माता राज मेमोरियल अस्पताल का पूरा मामला
सरगुजा संभाग के पिछले क्षेत्र से विशेष पिछड़ी जनजाति के लोगों को अंबिकापुर के निजी अस्पताल में लाकर भर्ती कराया जा रहा है और इस काम में अंबिकापुर का माता राज मेमोरियल अस्पताल लगा हुआ है. ऐसा हम नहीं कह रहे हैं बल्कि इस पूरे मामले का खुलासा करने वाले मेडिकल ऑफिसर का कहना है. सूरजपुर जिले के ओड़गी विकासखंड क्षेत्र स्थित मोहरसोप के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के मेडिकल ऑफिसर को जानकारी मिली कि उसके इलाके से पंडो जनजाति के लोगों को अंबिकापुर के निजी अस्पतालों में ले जाकर दलालों के द्वारा भर्ती कराया जा रहा है.
आयुष्मान कार्ड से बड़ा फर्जीवाड़ा
दलाल लोगों को कार से आयुष्मान कार्ड, आधार कार्ड और राशन कार्ड के साथ लेकर अस्पताल जाते हैं और वहां लोगों को 5 दिनों तक भर्ती रखा जाता है. इसकी जानकारी मिलने पर मेडिकल ऑफिसर ने चार दलाल समेत स्वस्थ लोगों को पकड़ लिया और इसकी जानकारी पुलिस को दी है, लेकिन अब मामले को दबाने मेडिकल ऑफिसर पर भी दबाव बनाया जा रहा है.
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दूसरी तरफ पकड़े गए दलाल भी कैमरे के सामने बता रहे हैं कि वे किस तरीके से स्वस्थ लोगों को अंबिकापुर के माता राज मेमोरियल अस्पताल में ले जाकर भर्ती कराते हैं और अस्पताल के संचालक नरेंद्र सिंह टुटेजा उन्हें सहयोग करते हैं. ऐसे में सवाल उठ रहा है कि आखिर स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी निजी अस्पतालों की किस तरीके से मॉनिटरिंग कर रहे हैं क्योंकि पहले भी आयुष्मान योजना में बड़े स्तर पर फर्जीवाड़ा का मामला छत्तीसगढ़ में सामने आ चुका है और कई अस्पतालों की संलिप्तता भी उजागर हो चुकी है लेकिन इसके बाद भी लापरवाही बढ़ती जा रही है और निजी अस्पतालों को लगातार आयुष्मान कार्ड के तहत फर्जी क्लेम का भुगतान किया जा रहा है.
खुलासा होने पर अधिकारियों ने की लीपापोती
इतना तो तय हो गया है कि अंबिकापुर के निजी अस्पताल आयुष्मान कार्ड में बड़े स्तर पर घोटाला कर रहे हैं और स्वस्थ लोगों को भी अस्पताल में भर्ती कर सरकार के सामने इलाज करने का क्लेम कर रहे हैं ऐसे में जरूरी हो जाता है कि सरकार को मामले की गंभीरता से जांच करानी चाहिए क्योंकि इससे पहले भी मैनपाट क्षेत्र के माझी जनजाति के लोगों को अंबिकापुर के निजी अस्पताल में भर्ती कराकर योजना में फर्जीवाड़ा करने की बात सामने आई थी लेकिन तब अधिकारियों ने मामले में लीपापोती कर दी थी.
वहीं इस गड़बड़ी पर माता राज मेमोरियल अस्पताल के संचालक नरेंद्र सिंह टुटेजा का कहना है कि ऐसी गड़बड़ी नहीं हो रही है, जो मरीज अस्पताल में आते हैं उन्हें डॉक्टर भर्ती करते हैं और इलाज करते हैं.