Bilaspur: बिलासपुर नगर निगम ने नजूल के आदेश के बाद 100 पुरानी मिशन अस्पताल की बिल्डिंग को जमीदोज कर दिया. भवन काफी जर्जर हो चुका था. इस मामले में लोगों को पहले ही जानकारी दी गयी थी. सारी प्रक्रिया के बाद आज निगम प्रशासन ने जर्जर भवन को गिराने का फैसला लिया. अतिक्रमण टीम अभी भी लगातार कार्रवाई कर रही है.
100 साल पुराने मिशन अस्पताल पर चला बुलडोजर
100 साल के लिए मिशन अस्पताल को दी गयी जमीन को प्रशासन ने कोर्ट कचहरी की लम्बी लड़ाई के बाद अपने कब्जे में ले लिया है. इसके पहले निगम प्रशासन ने नोटिस जारी कर निर्देश दिया था कि मिशन अस्पताल का भवन पूरी तरह से जर्जर हो चुका है. साथ ही आस पास के मकान को भी खाली करने का आदेश दिया था.
दो दिन पहले ही कोर्ट से हरी झण्डी मिलने के बाद नजूल ने मेडिकल दुकान को खाली कराया था। आज निगम कमिश्नर आदेश पर अतिक्रमण दस्ता टीम ने अल सुबह मिशन अस्पताल पहुंचकर जर्जर भवन को जमीदोज करने का काम शुरू किया। खबर लिखे जाने अतिक्रमण दस्ता टीम जर्जर भवन पर बुलडोजर चलाकर तोड़फोड़ कर रही है.
99 साल की लीज पर था अस्पताल
जमीन को 99 साल के लिए मिशन को लीज पर दिया गया था. साल 2014 में लीज खत्म हो गयी। इसके बाद प्रशासन ने लीज को रीनिवल नहीं किया. मामला कोर्ट कचहरी तक पहुंचा. कमिशनर कोर्ट से लेकर हाईकोर्ट तक मामला चला. अन्ततः कोर्ट ने नजूल के पक्ष में फैसला सुनाया। इसके बाद निगम ने भवन को जर्जर घोषित किया.
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सुबह से पहुंची टीम चल रहा अभियान
कमिश्नर आदेश पर अतिक्रमण दस्ता टीम मौके पर पहुंचकर अस्पताल के ओपीडी, आईसीयू और अन्य हिस्से को कब्जे में लेकर जर्जर भवन को जमीदोज करना शुरू किया. निगम और राजस्व की संयुक्त टीम 10 बुलडोजर के साथ जमीदोज की कार्रवाई कर रही है.
भूमाफियों का जमीन पर कब्जा
बताते चलें कि मिशन को दी गयी लीज की जमीन के बहुत बड़े हिस्से पर पर भूमाफियों का कब्जा है. इतना ही नहीं मिशन के कुछ गैर जिम्मेदार लोगों ने जमीन को टुकडों में बेचकर बहुत सम्पत्ति बनाया है. शासन का स्प्ष्ट निर्देश है कि जमीन लीज पर दी गयी है. मालिकाना हक शासन का है. बावजूद इसके जमीन को बेचा जाना गैर कानूनी है. जानकारी मिल रही है कि शासन बेची गयी जमीन की रजिस्ट्री रद्द कराने की तैयार कर रही है.