Chhattisgarh: छत्तीसगढ़ में माध्यमिक शिक्षा मंडल ने बोर्ड की परीक्षा तैयारी लगभग पूरी कर ली है. परीक्षा के लिए कुछ ही दिनों का समय बचा है. ऐसे में बच्चों की परेशानी दूर करने के लिए माध्यमिक शिक्षा मंडल के दफ्तर में एक कॉल सेंटर शुरू कर दिया है, जहां स्टूडेंट अपनी समस्या बता सकें और यहां पर सब्जेक्ट के एक्सपर्ट के साथ मनोचिकित्सकों की ड्यूटी लगाई है. यहां जितने कॉल आ रहे हैं उसमें अधिकतर फेल होने की आशंका से डरे हुए हैं. एक सप्ताह में 350 स्टूडेंट का यहां कॉल आ चुका है, जिसमें कई लड़कियों का भी फोन आ रहा है. कुछ लड़कियां यहां तक कह रहीं हैं कि उन्हें परीक्षा में आने वाले संभावित सवाल बताये जाएं क्योंकि वे फेल हो गए तो घर वाले शादी करा देंगे.
परीक्षा से पहले स्टूडेंट पूछ रहें परीक्षा के संभावित सवाल
दरअसल माध्यमिक शिक्षा मंडल के कॉल सेंटर की मनोचिकित्सक मोनिका साहू ने बताया कि 22 फरवरी से सेंटर शुरू हुआ है और हर रोज 70-75 स्टूडेंट के कॉल आ रहे हैं. इसमें छात्राओं के मुकाबले छात्रों की संख्या अधिक है. कॉल करने वाले स्टूडेंट काफी तनाव में रह रहे हैं और उनका फोन पर ही काउंसलिंग करने की कोशिश की जा रही है.
छात्राओं के भी आ रहे फोन
उन्होंने बताया कि छात्राएं अपनी अलग समस्या बता रहीं हैं और उनका कहना है कि अगर वे इस साल फेल हुए तो परिवार के लोग शादी करा देंगे कैसे करें? इस पर उन्हें और उनके परिजनों को भी समझाया जा रहा है. कॉल सेंटर सुबह 10 बजे से शाम पांच बजे तक चलता है. उन्होंने बताया कि विषय विशेषज्ञ से स्टूडेंट सबसे अधिक मैथ और रसायन के बारे में सवाल कर रहे हैं.
छात्राओं को फेल होने पर शादी करा देने की चिंता
माध्यमिक शिक्षा मंडल ने हर साल बोर्ड परीक्षा से पहले कॉल सेंटर शुरू करता है, जिसमें कई बार अभिभावक भी कॉल कर बच्चों की समस्या को बताते हैं. माध्यमिक शिक्षा मंडल ने कॉल सेंटर की स्थापना स्टूडेंट के तनाव को कम करने के लिए किया है क्योंकि तनाव में स्टूडेंट कई बार घातक कदम उठा लेते हैं. यह सेंटर परीक्षा सम्पन्न होने तक चलेगा. बोर्ड की परीक्षा एक मार्च से शुरू हो रही है.