CG Election Result: लोकसभा चुनाव 2024 का परिणाम आ चुका है, छत्तीसगढ़ के 11 सीटों में से 10 सीटों पर भाजपा ने जीत दर्ज किया है, तो वहीं एक सीट पर कांग्रेस को जीत मिली है. वही छत्तीसगढ़ के दुर्ग जिले की बात की जाए तो 2024 लोकसभा चुनाव में दुर्ग जिले से 6 उम्मीदवार लोकसभा चुनाव के चुनावी मैदान में उतरे थे. उनमें से चार उम्मीदवार दूसरे लोकसभा में जाकर चुनाव लड़े थे, लेकिन चारों उम्मीदवारों को दूसरे लोकसभा में जाकर चुनाव लड़ना भारी पड़ गया, चारों उम्मीदवारों को करारी हार का सामना करना पड़ा है.
पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को करना पड़ा हार का सामना
सबसे पहले बात करते हैं, छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की. भूपेश बघेल दुर्ग जिले के भिलाई तीन के रहने वाले हैं, और वर्तमान में पाटन विधानसभा से कांग्रेस से विधायक है. उन्हें कांग्रेस हाई कमान ने इस बार लोकसभा चुनाव के लिए उम्मीदवार बनाया, लेकिन उन्हें दुर्ग लोकसभा से टिकट न देकर उन्हें राजनांदगांव लोकसभा सीट से टिकट दिया गया. वहीं भाजपा ने राजनांदगांव लोकसभा क्षेत्र से आने वाले कवर्धा के निवासी सिटिंग एमपी संतोष पांडे को एक बार फिर अपना उम्मीदवार बनाकर चुनावी मैदान में उतारा था. लोकसभा चुनाव 2024 के परिणाम में भाजपा के उम्मीदवार संतोष पांडे ने पूर्व मुख्यमंत्री व कांग्रेस उम्मीदवार भूपेश बघेल को 44411 वोटों से हराकर विजय प्राप्त किए हैं. ऐसा माना जा रहा है कि इस लोकसभा सीट की जनता अपने क्षेत्र के उम्मीदवार को ज्यादा पसंद किए हैं.
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दुर्ग जिले के रहने वाले पूर्व गृहमंत्री भी हारे
अब बात करते हैं पूर्व गृह मंत्री ताम्रध्वज साहू की. ताम्रध्वज साहू 2014 लोकसभा चुनाव में दुर्ग लोकसभा से चुनाव लड़ चुके हैं और इस लोकसभा चुनाव में उन्हें जीत भी मिली थी. उन्होंने भाजपा की उम्मीदवार सरोज पांडे को हराकर दुर्ग लोकसभा क्षेत्र से जीत हासिल किया था, लेकिन 2024 लोकसभा चुनाव में ताम्रध्वज साहू को कांग्रेस हाई कमान ने दुर्ग लोकसभा से टिकट न देकर महासमुंद लोकसभा से अपना उम्मीदवार बनाया. वहीं भाजपा ने इस बार अपने उम्मीदवार के तौर पर महासमुंद लोकसभा के बसना की रहने वाली रूप कुमारी चौधरी को अपना उम्मीदवार बनाया. बीजेपी की उम्मीदवार रूप कुमारी चौधरी ने कांग्रेस के ताम्रध्वज साहू को 145456 वोटो से हराकर जीत दर्ज किया. वहीं ताम्रध्वज साहू को इस लोकसभा सीट से करारी हार का सामना करना पड़ा है. ऐसा माना जा रहा है कि मतदाताओं ने यहां भी स्थानीय उम्मीदवार को अपना बहुमूल्य वोट देकर उन्हें विजय बनाया है.
कांग्रेसियों ने ही किया था कांग्रेस उम्मीदवार का विरोध, अब हार गए देवेंद्र यादव
अब बात करते हैं देश में सबसे कम उम्र के महापौर बनने वाले व भिलाई नगर विधानसभा से विधायक देवेंद्र यादव की. देवेंद्र यादव को कांग्रेस पार्टी हाई कमान ने बिलासपुर लोकसभा से अपना उम्मीदवार बनाया था जिनका सामना भाजपा के उम्मीदवार टोखन साहू से था. जब देवेंद्र यादव को बिलासपुर लोकसभा से कांग्रेस ने टिकट दिया तो कांग्रेस के ही कार्यकर्ताओं ने देवेंद्र यादव का विरोध करना शुरू कर दिया था, लेकिन जैसे – तैसे देवेंद्र यादव बिलासपुर लोकसभा से चुनाव लड़े, लेकिन देवेंद्र यादव को इस लोकसभा सीट से करारी हार का सामना करना पड़ा. भाजपा के उम्मीदवार को तोखन साहू ने देवेंद्र यादव को 164558 वोटो से हराकर जीत दर्ज किया है. यहां भी ऐसा माना जा रहा है कि देवेंद्र यादव बाहरी होने की वजह से बिलासपुर लोकसभा के मतदाताओं ने स्थानीय उम्मीदवार टोखन साहू को अपना बहुमूल्य वोट देकर विजय बनाया है.
भाजपा ने सरोज पांडे को कोरबा सीट से दिया टिकट, करना पड़ा हार का सामना
अब बात करते हैं उस लोकसभा सीट की जिसमें भाजपा को छत्तीसगढ़ में हार का सामना करना पड़ा है. हम बात कर रहे हैं कोरबा लोकसभा सीट की जहां भाजपा को 11 लोकसभा सीटों में से कोरबा सीट से हार का सामना करना पड़ा है. इस सीट से भाजपा ने दुर्ग की रहने वाली पूर्व सांसद व पूर्व राज्यसभा सांसद सरोज पांडे को अपना उम्मीदवार बनाया था. सरोज पांडे का मुकाबला पूर्व विधानसभा अध्यक्ष चरण दास महंत की पत्नी जोत्सना चरणदास महंत से था. यहां पर भी कोरबा लोकसभा सीट के मतदाताओं ने स्थानीय उम्मीदवार ज्योत्सना चरणदास महंत को बहुमत दिया है. कांग्रेस की उम्मीदवार जोत्सना चरणदास महंत में भाजपा की उम्मीदवार सरोज पांडे को 43283 मतों से हराकर जीत दर्ज किया है. यहां भी ऐसा माना जा रहा है कि कोरबा लोक सभा सीट के मतदाताओं ने स्थानीय उम्मीदवार को अपना कीमती वोट देकर उन्हें चुना है.