CG News: छत्तीसगढ़ के बिलासपुर को खोदापुर के बाद कचरापुर का कहा जा रहा है. ऐसा इसलिए क्योंकि दीपावली के बाद मोहल्ले में जगह-जगह कचरा पड़ा दिख रहा है. शहर के आउटर में बनी कॉलोनी में नियमित तौर पर कचरा गाड़ियां नहीं चल रही है जिसके कारण हफ्ते महीना का कचरा जमा हो गया है. साल 2019 में इसी कचरे में बिलासपुर में विधानसभा चुनाव के दौरान भारतीय जनता पार्टी की सरकार को बदलने कांग्रेस पार्टी ने कचरे को मुद्दा बना दिया था. बिलासपुर के लोगों को आज भी याद है कि शहर में जगह-जगह जमा हुए कचरे को विरोध के तौर पर कांग्रेस ने बिलासपुर विधायक अमर अग्रवाल के घर फेंक दिया था. जिसके बाद पुलिस ने कांग्रेसियों पर लाठी चार्ज किया और यह वीडियो पूरे छत्तीसगढ़ में वायरल हो गया. कांग्रेस ने से पूरी तरह भुनाया और बिलासपुर में भारतीय जनता पार्टी को उम्मीद के अनुरूप सीट नहीं मिली. भाजपा को हर का सामना करना पड़ा और बिलासपुर विधायक अमर अग्रवाल को कांग्रेस के शैलेश पांडे ने बुरी तरह हरा दिया था. एक बार फिर बिलासपुर में इसी तरह की स्थिति निर्मित होती दिख रही है. दीपावली त्यौहार के बाद शहर का ऐसा कोई वर्ड नहीं है जहां कचरे का नजारा नहीं है। स्मार्ट सिटी और नगर निगम दोनों की टीम इसके उठाओ को लेकर फेल दिख रही है और छठ घाट जैसे महापर्व के दौर में भी सफाई अभियान फेल है.
विस्तार न्यूज़ ने लिया शहर का जायजा
दीपावली के बाद बिस्तर न्यूज़ की टीम ने बिलासपुर के हर स्मार्ट का जायजा लिया जहां सफाई के दावे किए गए हैं. कहीं हफ्ते भर तो कहीं महीने भर कचरे का उठाव नहीं होने की शिकायत है। नाली जाम है और स्ट्रीट लाइट जलती नहीं है. यह तो रही बुनियादी सहूलियतों की बात अब बात करते हैं नगर निगम के उस दावे की जिसके तहत उन्होंने जोन दफ्तर का गठन तो किया है लेकिन वहां की स्थिति भी बेकार है.
कंडम दफ्तर में चल रहे जोन ऑफिस
बिलासपुर में 70 वार्ड है. शहर सरकार चुनाव की तैयारी अभी तेज है. इस बी जनता के बीच विस्तार न्यूज़ की टीम पहुंची और उन्होंने लोगों से पूछा कि उन्हें किस तरह की सुविधा मिल रही है उल्टे लोगों ने बताया कि नगर निगम खुद ही अपने कर्मचारियों और दफ्तरों को सुविधा नहीं दे पा रहा है, तो लोगों का क्या मिलेगा? लोगों की सुविधाओं के लिए नगर निगम ने बिलासपुर के 70 वार्ड को जोन बनाकर वहां एक अधिकारी और कर्मचारियों की नियुक्ति तो करवा दी है लेकिन बिलासपुर में कोई दफ्तर कंडम भवन में चल रहा है तो कोई भवन जुगाड़ में. यहां खुद उनके कर्मचारियों की बैठने की व्यवस्था नहीं है. विस्तार न्यूज़ ने ऐसे ही वार्ड 55,56,57, 58 के लिए बने जोन क्रमांक 7 के दफ्तर का जायजा लिया तो हालात बुरे मिले. खस्ताहाल भवन में दफ्तर संचालित है. भारतीय जनता पार्टी का झंडा भीतर रखा हुआ है. बैठने के लिए कुर्सियां और दीवारों पर सीलन और दरार दिख रही है. यहां पहुंचने वाले लोग जन्म मृत्यु प्रमाण पत्र संपति कर और राशन कार्ड बनवाने पहुंच रहे हैं लेकिन उन्हें भी दूसरे जगह के जोन में भेजा जा रहा है। कुल मिलाकर स्थितियां ठीक नहीं है और लोगों की तकलीफ बढ़ रही है फिर भी इसकी तरफ कोई ध्यान देने को तैयार नहीं है.
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छठ घाट के आसपास भी सफाई नहीं है
बिलासपुर में राजकिशोर नगर पर देश का सबसे बड़ा छठ घाट तैयार है। यहां 50000 श्रद्धालु छठ पर्व मनाने के लिए छूटेंगे लेकिन इसके आसपास भी गंदगी का अंबार है। दरअसल नगर निगम पूरे शहर का कचरा इसी जगह डंप करवाती है जिसे बाद में ट्रेंचिंग ग्राउंड तक पहुंचाया जाता है यही कारण है कि पूरे साल छठ घाट के किनारे कचरे के कारण गंदगी और बदबू आम बात है जिसे हटाने की मांग लगातार बिलासपुर के लोग कर रहे हैं लेकिन उन्हें सिर्फ आश्वासन मिल रहा है हटाया नहीं जा रहा. यही वजह है कि क्षेत्र के लोगों में आक्रोश है.
नगर निगम के जोन क्रमांक 7 के कमिश्नर प्रवीण शर्मा का कहना है कि दीपावली में कई कर्मचारी छुट्टी पर चले गए थे जिसके कारण सफाई अभियान उसे तरह से नहीं चल पाया लेकिन पिछले दो दिन में शहर का कचरा साफ हो जाएगा. उनके मुताबिक दफ्तर की व्यवस्था भी आने वाले दिनों में सुधर जाएगी और कचरा गाड़ी भी वार्डों में नियमित चलने लगेगी, उन्होंने कहा है कि आने वाले समय में सब कुछ सुधर जाएगा.