CG News: छत्तीसगढ़ के दूसरे सबसे बड़े शहर बिलासपुर में नगर निगम अधिकारियों की बड़ी लापरवाही सामने आई है. नगर निगम ने उसे जगह पर कचरा डंपिंग यार्ड बना दिया है. जहां सरकार ने 10 करोड़ रुपए खर्च कर ऑक्सीजोन तैयार किया है. इस ऑक्सीजोन को तैयार करने का मकसद बिलासपुर के लोगों को शुद्ध वातावरण और सुकून भरा जीवन देना है, लेकिन इसके उलट जब से व्यापार विहार में ऑक्सीजोन के पास कचरा का डंपिंग यार्ड बना है. तब से लोगों को बड़ी तकलीफ का सामना करना पड़ रहा है. गंभीर बात यह है कि इस पूरे मामले को हाई कोर्ट ने संज्ञान ले लिया है और अब नगर निगम के अधिकारियों से जवाब मांगा गया है. इस मामले की सुनवाई 13 सितंबर को तय हुई है. जाहिर है निगम अफसर को इस पर हाईकोर्ट को जवाब देना होगा और यह बताना होगा कि आखिर इतनी बड़ी गंभीर लापरवाही उनके द्वारा कैसे की गई है?
ये भी पढ़ें- छत्तीसगढ़ राज्य अलंकरण सम्मान 2024 की हुई घोषणा, जानिए किन्हे मिलेगा सम्मान
तारामंडल के पास सबसे बड़ी लापरवाही
बिलासपुर में 10 करोड़ रुपए खर्च कर जिस जगह ऑक्सीजन तैयार किया गया है. उसी जगह पर तारामंडल भी है. जहां बड़ी संख्या में स्कूली बच्चे और शहर के बच्चे डॉक्टर एपीजे अब्दुल कलाम की जीवन और दूसरी ज्ञान की बातें देखने सुनने यहां पहुंचते हैं लेकिन यहां भी उन्हें बदबू और गंदगी के कारण समस्या उठानी पड़ रही है. नगर निगम के अधिकारियों से इसकी शिकायत हुई है फिर भी फिलहाल तक सफाई को लेकर कोई इंतजाम नहीं किए गए हैं. यही कारण है कि इसके आसपास बदबू में जीवन गुजारना आम लोगों की जिंदगी बन चुकी है और यहां लगभग 5000 से ज्यादा लोग गंदगी से प्रभावित हैं जिसकी तरफ ध्यान देने को कोई भी तैयार नहीं है.