CG News: अंबिकापुर के जय हनुमान राइस मिल में धान की हेराफेरी, खाद्य विभाग ने किया सील
CG News: अंबिकापुर में समर्थन मूल्य में धान खरीदी के अंतिम दिनों में प्रशासन की ओर से कोचियों-बिचौलियों पर कड़ी निगरानी रखी जा रही है. जिला प्रशासन की टीम की ओर से लगातार सख्ती के साथ जांच कर अवैध धान भण्डारण, परिवहन और विक्रय पर कार्रवाई की जा रही है. सूचना मिलते ही खाद्य विभाग की टीम विकासखंड सीतापुर के ग्राम पंचायत देवगढ़ में मेंसर्स जय हनुमान राइस मिल पहुंची. मिली जानकारी के आधार पर जांच के बाद किसानों को धान बेचने की शिकायत सही पाए जाने पर राइस मिल को तत्काल प्रभाव से सील कर दिया गया है.
अंबिकापुर में जय हनुमान राइस मिल सील
दरअसल इस पूरे मामले में जिला खाद्य अधिकारी रविंद्र सोनी ने जानकारी दी कि मिलर्स पर छत्तीसगढ़ कस्टम मिलिंग चावल उपार्जन आदेश 2016 और आवश्यक वस्तु अधिनियम 1955 के तहत कठोर कार्रवाई की जाएगी. अधिकारी ने बताया कि मिलर की ओर से राइस मिल से कस्टम मिलिंग के लिये अनुबंध के तहत धान खरीदी केंद्रों से लाये गए धान को बेचा जा रहा था. इसके बाद बिचौलिये उस धान को फिर से खरीदी केन्द्रों में लाकर बेच रहे थे.
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लगातार कार्रवाई कर रही है खाद्य विभाग की टीम
बता दें कि सरगुजा के लुंड्रा में भी कुछ दिन पहले एक राइस मिल में छापा मारा गया था, जहां डेढ़ करोड़ का धान कम मिला था.अब मात्र एक सप्ताह धान खरीदी का समय बचा हुआ है. ऐसे में बड़े पैमाने पर धान की हेराफेरी की जा रही है. उत्तर छत्तीसगढ़ में समर्थन मूल्य पर धान खरीदी और कस्टम मिलिंग हमेशा से सुर्खियों में रही है. खरीदी के अलावा कस्टम मिलिंग में भी गड़बड़ी की शिकायत पुरानी है, वर्तमान समय में चावल जमा करने में एक नई गड़बड़ी की जा रही है. इसके तहत राइस मिलों द्वारा समितियां से धान का उठाव तो कर लिया जाता है, लेकिन इस धन के कस्टम मिलिंग कर चावल जमा करने के बजाय पड़ोसी राज्यों से कम दाम का पुराना चावल क्रय कर जमा कर दिया जाता है. इस कार्य में उन्हें मोटी कमाई भी होती है इसी प्रकार की गड़बड़ी लगातार सामने आ रही थी यही कारण है कि, सरगुजा जिले में कार्रवाई की शुरुआत की गई है.