CG News: 27 सितंबर को पूरे देश में गणेश उत्सव की शुरुआत होगी. पूरे देश भर में 11 दिन भगवान गणेश विराजमान होंगे वहीं देश भर में मशहूर शिल्पकारों का गांव कहे जाने वाले थनोद गांव में बड़ी-बड़ी भगवान गणेश की प्रतिमा बन रही है.
AI अवतार में दिखेंगे भगवान गणेश
इस छोटे से गांव में देशभर के अलग-अलग राज्यों के गणेश समिति के लोग आर्डर दिए हैं. इस बार अधिकतर समिति के लोग एआई फोटो के आधार पर भगवान गणेश की मूर्तियां बनाने का आर्डर दिए हैं. इस गांव के मूर्तिकारों के पास इस साल हजारों की संख्या में एआई मूर्ति बनाने के ऑर्डर मिले हैं. इस गणेशोत्सव में भगवान गणेश भी आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) अवतार में नजर आएंगे. गणेश उत्सव समितियां इस बार कृत्रिम बुद्धिमत्ता यानी एआई से जनरेट फोटोज के आधार पर प्रतिमाओं की डिमांड लेकर मूर्तिकारों के पास पहुंच रहे हैं. लिहाजा मूर्तिकार भी इसी के अनुरूप बुद्धि के देवता भगवान गणेश की प्रतिमाओं का निर्माण कर रहे हैं.
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AI जनरेटेड फोटो के साथ पहुंची रहीं समितियां
मिट्टी से प्रतिमाओं के निर्माण के लिए पूरे देश विख्यात शिल्पग्राम धनौद के मूर्तिकार बालम चक्रधारी बताते है कि उनके पास हर दूसरी समिति के लोग एआई जेनरेटेड फोटो लेकर पहुंच रहे हैं और उसी के अनुरूप प्रतिमाओं की डिमांड कर रहे हैं. उन्होंने बताया कि इससे पहले तक मूर्ति निर्माण के लिए समितियों से जुड़े लोग देवी- देवताओं की साधारण (प्रिंटेड) फोटो लेकर उनके पास पहुंचते थे और उसी के प्रतिरूप में प्रतिमाओं का निर्माण कराते थे. इस बार हालात बदल गए है. उन्होंने बताया कि धनौद में इस बार 40 वर्कशॉप में प्रतिमाओं का निर्माण किया जा रहा है. हर वर्कशॉप में एआई जेनरेटेड फोटो के आधार पर प्रतिमाओं के आर्डर है.
गणेशजी के साथ शिव भक्ति का भी माहौल
मूर्तिकार बताते हैं कि इस बार पंडालों में गणेश के साथ भगवान शिवजी की भी प्रतिमाओं की भी डिमांड है. अधिकतर समितियों की पसंद भगवान गणेश की प्रतिमा के बैकग्राउंड में भगवान शिव जी के स्वरूप अथवा सामने पूजा के लिए शिवलिंग की प्रतिमा हैं. लिहाजा इस बार शिवजी की प्रतिमाएं भी बनाई जा रही है. आगे उन्होंने बताया कि प्रतिमा अलग दिखने की बाह में एआई का इस्तेमाल किया गया. इसमें प्रतिमाओं की भाव-भगिमा डिजाइन रंगाई व साज-सज्जा मनचाहे ढंग से कराई जा सकती है. हालांकि इस तरह की प्रतिमा निर्माग ज्यादा बस वाला महंगा होता है.