CG News: दुर्ग में एक बार फिर तेज रफ्तार का कहर देखने को मिला है, जहां ग्राम ढौर में तेज रफ्तार ट्रक ने एक बार फिर बाइक सवार को अपने चपेट में ले लिया,जिसमें एक ही परिवार के तीन लोगों की मौत हो गई है और एक की हालत नाजुक बताई जा रही है. वहीं ग्रामीण और परिवार वाले का कचंदूर मार्ग पर चक्का जाम कर दिया है. फिलहाल पुलिस भी मौके पर पहुंच चुकी है परिवार और ग्रामीणों को समझने की कोशिश की जा रही है.
हादसे में 1 ही परिवार के 3 लोगों की मौत
दरअसल राजेश साहू (32 वर्ष) के साथ उसकी बहन रितु साहू और 2 भांजियों को बाइक पर सवार होकर कचान्दूर गांव में आयोजित एक गृहप्रवेश कार्यक्रम से सुबह 7 बजे लौट रहे थे. इसी दौरान जामुल थाना क्षेत्र में रामेश्वरम महादेव मंदिर और ढौर क्रेशर खदान के पास एक सीमेंट से भरे ट्रक ने उन्हें कुचल दिया. इस दुर्घटना में राजेश, उसकी बहन रितु और 12 साल की एक भांजी की दर्दनाक मौत हो गई. वहीं 2 साल की एक और भांजी भी बाइक पर सवार थी, जो गंभीर रूप से घायल हो गई है. उसे इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती किया गया है. फिलहाल घायल बच्ची की हालात काफी नाजुक बताई जा रही है.
हादसे के बाद लोगों ने किया चक्काजाम
वहीं हादसे के बाद बड़ी संख्या में आक्रोशित लोगों ने सड़क पर चक्काजाम कर दिया और इलाके में तनाव की स्थिति बन गई. प्रशासन के खिलाफ नाराजगी जताया. स्थानीय नागरिक सड़क पर सुरक्षा के इंतजाम, मुआवजा समेत कड़ी कार्रवाई की मांग करते हुए लाश को ट्रक के नीचे से निकालने नही दिए. हादसे और चक्काजाम की खबर मिलते ही पुलिस और प्रशासन की टीम मौके पर पहुंची और लोगों को समझाइश देने का प्रयास किया,लेकिन स्थानीय लोग भारी वाहन आवाजाही और तेज रफ्तार समेत कई मांगों को लेकर अड़े गए. परिवार वालों का कहना है कि मृत परिवार को उचित मुआवजा 50- 50 लाख रुपए मिलना चाहिए यह डिमांड हमने एसडीएम और आईपीएस अधिकारी के पास रखा है। लेकिन अब तक इस पर कोई निर्णय नहीं हुआ है इसीलिए हमें सड़क पर बैठकर धरना देना पड़ रहा है. जब तक हमारी मांग पूरी नहीं होती तब तक हम सड़क पर ही बैठे रहेंगे और लाश को यहां से जाने नहीं देंगे. वहीं एएसपी सुखनंदन राठौर ने कहा कि जेवरा सिरसा चौकी अंतर्गत ढौर चौक के पास एक एक्सीडेंट हुआ है. इसमें तीन लोगों की मौत हो चुकी है, यहां पर भीड़ की स्थिति है, लोग मुआवजे की मांग कर रहे हैं,स्थिति अभी नियंत्रण में है, प्रशासन और पुलिस के अधिकारी यहां पर है, उन परिवार वालों से बातचीत कर रहे हैं. शासन स्तर पर जो मुआवजा दिया जाता है वह परिवार वालों को दिया जाएगा.