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Chhattisgarh: खतरे में बिलासपुर एयरपोर्ट की हवाई सेवा! ऊंचे और लंबे टावरों पर केंद्र सरकार की एयर एविएशन ने जताई आपत्ति

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बिलासपुर एयरपोर्ट(फाइल फोटो)

Chhattisgarh News: छत्तीसगढ़ के बिलासपुर में बिलासा देवी केवट एयरपोर्ट पर हवाई सुविधा नहीं बढ़ पा रही है. इसके अलावा ऊंचे और लंबे टावरों के चलते एयरपोर्ट में शुरू होने वाली हवाई सुविधाओं को खतरा होने वाला है.

इस बात की जानकारी एविएशन के सुरक्षा अधिकारियों ने केंद्र और स्थानीय अधिकारियों को भेजी है. उन्होंने बहतराई में एक टावर की जानकारी भेज कर उसकी हाइट को छोटा करने की बात कही है. सुरक्षा अधिकारी ने कलेक्टर को लिखे चिट्ठी में स्पष्ट कर दिया है कि आने वाले दिनों में यहां नाइट लैंडिंग और अन्य तरह की हवाई सेवा शुरू होने वाली है. इसलिए इन टावरों को छोटा करना जरूरी है.

बिलासपुर, हैदराबाद और कोलकाता के लिए भी बढ़ाने वाली है फ्लाइट

बिलासपुर में बिलासा देवी केवट एयरपोर्ट से महानगरों को कनेक्ट करने वाली कुछ फ्लाइट जल्द बढ़ने वाली है. इनमें बिलासपुर से कोलकाता हैदराबाद और कुछ और बड़े शहरों तक हवाई सेवा शुरू हो सकती है. विमानन विभाग से इसके लिए शासन को पत्राचार किया गया है। शासन की ओर से मंजूरी के बाद आने वाले दिनों में सुविधाएं बढ़ने की बात कही जा रही है. फिलहाल सिर्फ बिलासपुर से जबलपुर और दिल्ली तक सुविधा बिलासपुर एयरपोर्ट को बने तीन से चार साल होने वाले हैं लेकिन हवाई सुविधाओं के नाम पर इसकी संख्या नहीं बढ़ाई जा रही है. फिलहाल बिलासपुर में एक ही फ्लाइट चल रही है जो बिलासपुर से जबलपुर और दिल्ली तक जाती है और वापसी में बिलासपुर प्रयागराज होते हुए आती है.

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कई बड़ी संस्थाएं लेकिन हवाई सेवा जस की तस

बिलासपुर में हाई कोर्ट, एसईसीएल,सेंट्रल यूनिवर्सिटी, एनटीपीसी, जैसी बड़ी संस्थान है लेकिन आज भी हवाई सेवा उस तरह से डेवलप नहीं हो पा रही है. लोग लगातार मांग कर रहे हैं कि उनकी यह सुविधा बढ़ानी चाहिए लेकिन शासन और प्रशासन पत्राचार कर उसे भूल जा रहा है. इसके कारण है लोगों को हवाई सफर में उतना लाभ नहीं मिल रहा है. वहीं एयरपोर्ट के डायरेक्टर एमबी सिंह ने बताया कि वर्सन जल्द छोटे किए जाएंगे बड़े-बड़े टावर एयरपोर्ट में हवाई सेवा चालू है. कुछ जगह ऊंचे टावर थे जिन्हें छोटा किया गया है. एयरपोर्ट से 10 से 20 किलोमीटर की दूरी पर जहां बड़े टावर हैं, उन्हें भी घटाने के लिए प्रशासन को पत्राचार किया गया है. जल्द ही उन्हें छोटा किया जाएगा.

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