Chhattisgarh: सदन में उठा ऑनलाइन शराब बिक्री में गड़बड़ी का मुद्दा, एक साल में घटा 52 करोड़ राजस्व, होगी जांच
Chhattisgarh News: छत्तीसगढ़ विधानसभा बजट सत्र का आज सातवां दिन है. प्रश्न काल में क्वान्टिफिएबल डेटा आयोग की रिपोर्ट पर बहस हुई है. भाजपा विधायक अजय चंद्राकर ने मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय से क्वांटिफिएबल डेटा आयोग की रिपोर्ट सदन में पेश करने की मांग किया है. इसपर मुख्यमंत्री ने जवाब दिया है कि क्वान्टिफिएबल डेटा आयोग निष्कर्ष दिया है, इस पर विचार करेंगे. इसके अलवा भी कई मुद्दों पर विधानसभा में बहस हुई है.
विधानसभा में क्वान्टिफिएबल डेटा आयोग की रिपोर्ट पर पेश करने की मांग
दरअसल विधानसभा प्रश्नकाल में कांग्रेस सरकार में हुए क्वान्टिफिएबल डेटा आयोग सर्वे रिपोर्ट की चर्चा हुई है. क्योंकि कांग्रेस सरकार ने इसी रिपोर्ट के आधार पर राज्य में आरक्षण का रोस्टर तैयार किया है. सरकार ने दावा किया कि राज्य में 41 प्रतिशत से ज्यादा ओबीसी वर्ग के लोग रहते है. इसके बाद सरकार ने ओबीसी वर्ग को 27 प्रतिशत आरक्षण देने का फैसला किया लेकिन सरकार आरक्षण संशोधन विधेयक राजभवन पिछले एक साल से अटका है.
‘ऑनलाइन शराब बिक्री अचानक क्यों कम हो गई’
इसके अलावा बीजेपी विधायक धरमलाल कौशिक ने शराब दुकानों से मिलने वाले राजस्व का मामला उठाया है. उन्होंने पूछा कि साल 2021-22 में 52 करोड़ 27 लाख और साल 2022-23 में केवल 24 लाख ऑनलाइन शराब बिक्री से मिला, क्या इसकी जांच कराएंगे? कौशिक के मांग पर तुरंत मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने जांच कराने की घोषणा कर दी है. इसके बाद कौशिक ने ये भी कहा कि राजधानी के वीआईपी रोड में टाइम लिमिट से ज्यादा वक्त तक बार खुल रहे हैं, गोली चल रही है, घटनाएं घट रही है. इसपर सख्ती करेंगे? इस पर मुख्यमंत्री ने कहा सख्ती से नियम का पालन हो इसका निर्देश दिया गया है.
‘बस्तर में डीएमएफ का काम क्यों बंद हुआ’
प्रश्न काल में इसके अलावा कांग्रेसी विधायक कवासी लखमा ने खनिज निधि का बस्तर संभाग की जानकारी मांगी है. लखमा ने दावा किया है कि 190 काम निरस्त किया गया है. दंतेवाड़ा बीजापुर कांकेर में काम बंद किया गया है. इसका मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने जवाब दिया कि हमने लिखित में जवाब दिया है. जिले की कमेटी में कलेक्टर सांसद रहते हैं वह निर्णय लेते हैं. डीएमएफ को लेकर भारी शिकायत आ रही थी इसलिए जो कार्य शुरू नहीं हुआ था उसे बंद किया गया है.
‘जशपुर में शिशु का जन्म कमोड में हुआ’
वहीं आंगनबाड़ी केंद्रों के सुधार और कुपोषण से मुक्ति के मसले को भाजपा विधायक गोमती साय ने उठाया. उन्होंने कहा कि जशपुर में शिशु का जन्म कमोड में हुआ. ये बहुत दुखद घटना है. इसके जवाब में महिला और बाल विकास मंत्री लक्ष्मी राजवाड़े ने कहा हमारे संज्ञान में ऐसा मामला आएगा तो अधिकारियों के जरिए दिखवा कर जो भी कार्रवाई होगी करेंगे. इसके बाद रायमुनी भगत ने कहा कि सारे अधिकारी दोषी को बचाने में लगे हुए थे, मैं 6 घंटे अस्पताल में थी, लेकिन दोषी डॉक्टर और स्टाफ को बचाने की कोशिश होती रही. कार्रवाई कब होगी? इस बार रायमुनी भगत का कांग्रेस विधायक संगिता ने साथ देते हुए कहा कि स्वास्थ्य विभाग की घोर लापरवाही है. तुरंत कार्रवाई होनी चाहिए. इसके बाद मंत्री लक्ष्मी राजवाड़े ने मामले को पल्ला झाड़ते हुए स्वास्थ्य विभाग पर थोप दिया.