Chhattisgarh News: बिलासपुर में मेडिकल वेस्ट डंप करने के मामले में कुछ चिकित्सा केंद्रों की बड़ी लापरवाही सामने आई थी. विस्तार न्यूज़ ने मामले का खुलासा कर स्वास्थ्य विभाग को इससे अवगत कराया था जिसके बाद जिले के मुख्य चिकित्सा स्वास्थ्य अधिकारी डॉ प्रभात श्रीवास्तव ने पर्यावरण विभाग को विस्तार न्यूज़ के खुलासे का हवाला देते हुए चिट्ठी लिखी थी। इसके बाद शुक्रवार को पर्यावरण विभाग की टीम गतोरी के उसे जगह पर पहुंची जहां मेडिकल वेस्ट डंप किया जा रहा था। पर्यावरण विभाग ने इन्वायरो केयर कंपनी से बातचीत के बाद उसे मेडिकल वेस्ट को जमीन पर डिस्पोज करवा दिया है इसके बाद न सिर्फ लोगों ने विस्तार न्यूज का बल्कि खुद स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों ने विस्तार न्यूज़ का धन्यवाद किया है.
ग्रामीणों का कहना है कि विस्तार न्यूज़ की खबर के बाद सैकड़ो लोगों को किसी तरह की बड़ी बीमारी से राहत मिली है क्योंकि मेडिकल वेस्ट से कहीं ना कहीं उन्हें और न सिर्फ पर्यावरण बल्कि की जानवरों को नुकसान होता जिससे समस्या दूर हो गई है.
स्वास्थ्य केंद्रों में अलग से की गई है व्यवस्था
जिले के सभी सरकारी और निजी अस्पतालों से निकलने वाले मेडिकल वेस्ट को डंप करने के लिए बिलासपुर में अलग व्यवस्था की गई है. इन वायरो केयर कंपनी को इसका जिम्मा सौंपा गया है जिन्हें ही इन मेडिकल वेस्ट को डिस्पोज करना है. बिलासपुर में लगभग 500 से अधिक अस्पताल है जहां अलग से कचरे को निकालना और उनके निपटान की व्यवस्था की गई है. इसके बावजूद आखिर शमशान घाट में यह कचरा कहां से पहुंचा इस बात को लेकर सवाल है यही कारण है कि पर्यावरण विभाग ने स्वास्थ्य विभाग की चिट्ठी के बाद इस पर संज्ञान लिया है और इसकी भी पूछताछ की जा रही है कि आखिर सेहत और पर्यावरण के लिए नुकसान मेडिकल वेस्ट को कौन वहां छोड़ गया था?
प्रभारी CMHO ने दी जानकारी
जिले के प्रभारी मुख्य चिकित्सा स्वास्थ्य अधिकारी डॉ अनिल श्रीवास्तव का कहना है कि विस्तार न्यूज़ की खबर के बाद उनके विभाग ने पर्यावरण के अधिकारियों को इसकी सूचना दी थी. जिसके बाद अधिकारी मौके पर पहुंचे और मेडिकल वेस्ट को डिस्पोज करने का निर्देश दे दिया गया है. यह कहीं ना कहीं लोगों के लिए राहत की बात है.