Chhattisgarh News: दुर्ग पुलिस ने अंतरराष्ट्रीय मानव तस्करी गिरोह का पर्दाफाश किया. 6 सितम्बर को भिलाई निवासी प्रार्थी ने दुर्ग साइबर थाने मे रिपोर्ट दर्ज कराई की लाओस स्थित Golden link service trade Company मे कंप्यूटर ऑप्रेटर के पद मे नौकरी का विज्ञापन दिखाकर पहले उससे सर्विस चार्ज के नाम पर 2 लाख रु लिया गया, फिर उसे भारत से थाइलेंड होते हुए लाओस भेजा गया वहाँ प्रार्थी को साइबर स्कैन की ट्रेनिग दी गई. मामला संदिग्ध लगने पर प्रार्थी ने साजन और रफी को मोबाइल के जरिए सूचना दी की उसे यह काम ठीक नही लग रहा है वह भारत आना चाहता है.
अंतरराष्ट्रीय मानव तस्करी गिरोह का पर्दाफाश, मुंबई से तीन आरोपी गिरफ्तार
आरोपी साजन शेख़ और रफी सहित एक महिला आरोपी ने ही प्रार्थी से 2 लाख रू लेकर लाओस भेजा था ये तीनों आरोपी भारत मे VS Entrprises Manpower Consultancy PVT LTD नाम से एक फर्जी कंपनी चलाते है और इसी फर्जी कंपनी के जरिए बेरोजगारो को रोजगार का झांसा देकर विदेश भेजते है. CSP दुर्ग चिराग जैन ने बताया की प्रार्थी किसी कांट्रेक्ट पर हस्ताक्षर नही किया था और उसका पासपोर्ट भी उसी के पास थी इसलिए आरोपियों ने उसे भारत भेज दिया.
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गिरफ्तार किए गए तीन आरोपियों मे एक महिला आरोपी भी है इनके पास से तीन मोबाइल और विदेश भेजने सम्बन्धित दस्तावेज बरामद किया गया है, IPS CSP चिराग जैन से विस्तार न्यूज़ संवाददाता दिलीप शर्मा ने ख़ास बातचीत की जिसमें IPS चिराग जैन ने प्रार्थी के हवाले से बताया की वहाँ 8 से 10 भारतीय और फ़से हुए है. उन्हे भी इंटरपोल की मदद से भारत लाने का प्रयास किया जाएगा.