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Chhattisgarh: गर्मी के चलते हिट स्ट्रोक, कटघोरा से बिलासपुर इलाज के लिए लाए नर तेंदुए की मौत, अधिकारियों ने किया अंतिम संस्कार

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कटघोरा से बिलासपुर इलाज के लिए लाए नर तेंदुए की मौत

Chhattisgarh News: बिलासपुर वन वृत्त के कोरबा वन मंडल के कटघोरा वन परिक्षेत्र एतमानगर परिसर कोनकोना के कक्ष क्रमांक ओए 734 में 3 वर्षीय एक नर तेंदुए को बीमार हालत में देखा गया. कटघोरा वन परिक्षेत्र के अधिकारियों ने कोरबा वन मंडल को इसकी सूचना दी. कोरबा वन मंडल के डीएफओ और अन्य अधिकारी-कर्मचारी तत्काल मौके पर पहुंचे, जहां अधिकारियों और डाक्टरों के अनुसार तेंदुआ हीट स्ट्रोक के कारण सुस्त अवस्था में पड़ा हुआ था. इसकी जानकारी तत्काल अचानकमार टाइगर रिजर्व अंतर्गत कानन पेण्डारी मीडियम जू के अधिकारियों व डाक्टर को दी गई. उच्चाधिकारियों के आदेश पर तेंदुए का रेस्क्यू कर मौके पर प्राथमिक उपचार किया गया, लेकिन इससे तेंदुआ की हालत में किसी तरह का सुधार नहीं हुआ.

रविवार की देर रात पशु चिकित्सालय में लाया गया

रविवार की देर रात 12 बजकर 45 मिनट पर तेंदुए को कानन पेण्डारी जूलॉजिकल गार्डन बिलासपुर के पशु चिकित्सालय में लाया गया, जहां डाक्टरों ने तत्काल उपचार शुरु किया. रात भर डाक्टरों की निगरानी में तेंदुए का उपचार चलता रहा. सोमवार की सुबह 8.30 बजे उपचार के दौरान नर तेंदुए ने दम तोड़ दिया. जानकारी मिलते ही अचानकमार टाइगर रिजर्व के डायरेक्टर मनोज पांडे और डिप्टी डायरेक्टर गणेश यू आर तत्काल कानन पेण्डारी पहुंचे. यहां एनटीसीए, एसओपी के डाक्टरों की मौजूदगी में तेंदुए का पोस्टमार्टम करने के बाद अंतिम संस्कार कर दिया गया.

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भीषण गर्मी से कानन पेंडारी की स्थिति भी अच्छी नहीं

बता दें कि, राज्य के कई इलाकों में भीषण गर्मी पड़ रही है. इससे कानन पेंडारी की स्थिति भी अच्छी नहीं है. कानन पेंडारी के पशुओं की स्थिति भी गर्मी के कारण अच्छी नहीं है. भीषण गर्मी के चलते हुए दिन भर अपने केज में दुबके रहते हैं. तेंदुए की मौत के बाद यह सवाल उठने लगा है कि आखिर वन अधिकारी पशुओं की सुरक्षा को लेकर गंभीर क्यों नहीं है? और इसके चलते ही लगातार मौतें भी हो रही है.

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