Chhattisgarh News: छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित जिले कांकेर में आज आदिवासियों ने राज्य और केंद्र सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. जिले के पखांजुर क्षेत्र में आने नदीचुआ में बुधवार को जन-आंदोलन का पहला वर्षगांठ मनाया जा रहा है. इस आंदोलन में बड़ी संख्या में एकजुट होकर आदिवासियों सरकार का विरोध कर रहे हैं. उनका आरोप है कि सरकार आदिवासी इलाके में पेसा एक्ट का पालन नहीं कर रहे हैं.
पेसा एक्ट का पालन नहीं किया जा रहा है
दरअसल आदिवासियों का आरोप है कि ग्राम सभा का पालन न करते हुए सरकार आदिवासियों को प्रताड़ित कर रही है. इस दौरान आदिवासियों ने बस्तर में खोले जा रहे बीएसएफ कैंप का विरोध किया है. आंदोलन में शामिल आदिवासी नेता सिया पुडो ने बताया कि हमारी मांगों को लेकर पहले हमने धरना, रैली के माध्यम से सरकार तक पहुंचाने की कोशिश किया है. लेकिन हमारी बातों को अनसुना किया गया और आज ऐसी स्थिति आई है कि आंदोलन कर हमारी मांगों को मांगना पड़ रहा है. क्षेत्र में पेसा एक्ट लागू है लेकिन उसका पालन नहीं किया जाता है.
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कांकेर के 4 जगहों पर आदिवासियों का आंदोलन चल रहा है
गौरतलब है कि पिछले ढाई वर्षों से जिले भर के अलग-अलग जगहों पर आदिवासी समुदाय के लोग आंदोलन का रुख कर लिए हैं. कांकेर जिले में चार जगहों पर आदिवासियों द्वारा आंदोलन किया जा रहा है. कोयलीबेड़ा विकासखंड के भेजर, बेचाघाट और चिलपरस क साथ नदीचुआ में भी क्षेत्र के आदिवासी अपनी मांगों को लेकर आंदोलन कर रहे हैं.