Chhattisgarh News: छत्तीसगढ़ के बिलासपुर में नगर निगम पिछले दो दिन से अतिक्रमण हटा रहा है. चांटी डीह के मेलापारा में 50 साल पुराने उन मकानों को तोड़ने की कार्रवाई जारी है, जहां कथित तौर पर अवैध कब्जा है. लोग टूटे आशियानों में अपनी भावनाएं ढूंढ रहे हैं. भारतीय जनता पार्टी की रवैया का कांग्रेसी खूब विरोध कर रहे हैं. उनका कहना है की बारिश और पानी के मौसम में भी कैसे शिफ्ट होंगे. बिलासपुर के कांग्रेस के जिला अध्यक्ष विजय के सर्वानी और पूर्व विधायक शैलेश पांडे मौके पर पहुंचे और उन्होंने अधिकारियों से इस मसले पर बात की है.
कई लोगों को इस बात का दर्द है कि उन्हें फिलहाल मकान नहीं मिला है. इस परिस्थिति में वह कहां जाएंगे? जबकि कुछ लोगों को नगर निगम ने बहतराई के अटल आवास में मकान उपलब्ध करवाया है. वहीं कुछ लोगों को अशोकनगर में मकान दिया जा रहा है. कुल मिलाकर जब मकान पर बुलडोजर चल रहा है तो लोगों को बड़ा दर्द हो रहा है. क्योंकि वह उनका पुराना ठिकाना है. लोगों की यहां से यादें जुड़ी हुई हैं. कुछ दर्द तो कुछ इम्तिहान. यही कारण है कि वह टूटे घरों में अपने सामान खोज रहे हैं. विस्तार न्यूज़ की टीम मौके पर पहुंची और लोगों से बात की. उन्होंने खुले तौर पर बताया कि उन्हें फिलहाल मकान नहीं मिला है और फिर भी उनके मकानों को तोड़ दिया गया है.
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नगर निगम के अधिकारियों पर रुपये मांगने का आरोप
यहीं नहीं नगर निगम नई जगह शिफ्ट करने के लिए 70 हजार रुपये की मांग कर रहा है. लेकिन कमाने खाने वाले लोग हैं कहां से पैसा देंगे. और कहां शिफ्ट होने जाएंगे यही कारण है कि उनकी किस्मत में दर्द और बेबसी के अलावा कुछ नहीं है. उन्होंने बताया है कि प्रधानमंत्री मोदी ने कहा था कि जो जहां है उसे वहीं घर दिया जाएगा. लेकिन यहां सब कुछ उल्टा हो रहा है. घर कहीं और है टूट कहीं और रहा है. यही कारण है कि वह खुद को टूटा सा महसूस कर रहे हैं और प्रधानमंत्री मोदी से मांग कर रहे हैं कि उन्हें कहीं शिफ्ट करने के बजाय वही घर दिया जाए जहां वह रह रहे हैं.