Chhattisgarh News: अंबिकापुर में सट्टा का अवैध कारोबार तेजी से फैल रहा है सट्टा माफिया अंबिकापुर से बड़े शहरों में जाकर सट्टा का धंधा चल रहे हैं. जानकारों की माने तो यहां के कुछ माफिया गोवा और हैदराबाद में रखकर सट्टा के इस धंधे को ऑपरेट कर रहे हैं. वहीं अंबिकापुर पुलिस सट्टा माफियाओं के खिलाफ कार्रवाई करती है, तो राजनैतिक संरक्षण की वजह से बड़े माफिया नहीं पकड़े जाते हैं. दूसरी तरफ जो पुलिस के अधिकारी व जवान कार्रवाई करते हैं, उनका तबादला कर दिया जाता है या फिर उन्हें प्रोत्साहित करने की जगह हतोत्साहित किया जाता है. यह सब पिछले कुछ महीनो से चल रहा है, और शहर के युवक सट्टे के दलदल में फंस रहें हैं.
पुलिस पर राजनीतिक संरक्षण के कारण कार्रवाई न करने के आरोप
अंबिकापुर पुलिस ने पिछले दिनों सत्ता के कारोबार से जुड़े कुछ लोगों को गिरफ्तार किया था इसके बाद उनके खिलाफ कार्रवाई हुई थी, और तब सवाल उठने लगा था या फिर पुलिस ने सत्ता चलाने वालों से जो राशि जप्त किया है. वह 20000 रुपए ही है, या फिर इससे अधिक चर्चा शुरू हुई थी कि माफियाओं से पुलिस ने ₹900000 जप्त किया है लेकिन बहुत कम राशि शो किया गया दूसरी तरफ शहर में अभी भी सत्ता के कई कारोबारी अपने काम को अंजाम दे रहे हैं, लेकिन कार्यवाही नहीं की जा रही है. जानकारों की माने तो पुलिस के कुछ बड़े अधिकारियों का सट्टा माफिया को संरक्षण है, क्योंकि इन मैपियों को पहले से ही राजनीतिक संरक्षण प्राप्त है यही वजह है कि पुलिस के लोग भी माफियाओं से साथ घटकर अपनी जेब गर्म करते रहे हैं, आने वाले दिनों में अंबिकापुर में अगर यही हालात रहे तो सट्टा का कारोबार और तेजी से बढ़ेगा और सबसे बड़ा संकट यह है कि इस अवैध कारोबार में कई व्यापारी और युवक फंस चुके हैं.
सट्टे की दलदल में फंसकर कई बार अपराधी बन जा रहे हैं पिछले दिनों पुलिस ने एक चोर गिरोह का पर्दाफाश किया जिसमें भी साफ हुआ कि सट्टा के कारोबार में फंसने की वजह से युवक बेरोजगार हो गए थे और कर्ज से लद गए. कर्ज चुकाने के लिए युवाओं ने चोरी की वारदात को अंजाम दिया था इतना ही नहीं इससे पहले कुछ लोगों ने आत्महत्या कर ली तब भी यह बात सामने आया कि वह सट्टा लगाने की वजह से कर्ज में फंस गए थे और इसकी वजह से आत्महत्या जैसा कदम उठा लिया.
आज के भारत और पाकिस्तान में भी लगा करोड़ों का सट्टा
आज भारत और पाकिस्तान के बीच क्रिकेट मैच है और इसमें भी सटोरियों ने जमकर सट्टा लगाया है जानकारों की माने तो अंबिकापुर में हर रोज करीब एक करोड रुपए का सट्टा लग रहा है वहीं कई ऐसे लोग हैं जो सट्टा खेलने के लिए सटोरियों को कर्ज में रुपए भी उपलब्ध करा रहे हैं, और जब सटोरी पूरी तरह कर्ज में डूब जाते हैं और कर्ज वापस नहीं कर पाते हैं तो रुपए देने वाले उन पर दबाव रुपए वापस करने का दबाव बनाते हैं, इसके बाद सट्टा में रुपए लगाने वाले या तो अपराध की दुनिया में चले जाते हैं या फिर आत्महत्या जैसा कदम उठा लेते हैं.