Chhattisgarh News: छत्तीसगढ़ विधानसभा बजट सत्र के 15वें दिन प्रश्नकाल में गोबर खरीदी में गड़बड़ी और पैरा धान के परिवहन का मामला सदन में उठा. बीजेपी विधायक अजय चंद्राकर और विधायक लता उसेंडी की मांग पर मंत्री बृजमोहन अग्रवाल ने प्रश्न संदर्भ समिति से जांच कराने की घोषणा कर दी है. विधानसभा में कांग्रेस सरकार के एक और अभियान पर गड़बड़ी का आरोप लगा है, जिसपर जांच होने वाली है.
दरअसल, भाजपा के विधायक लता उसेंडी ने प्रश्न काल के दौरान सवाल उठाया कि जिसके पास मवेशी कम हैं, उन्हें ज्यादा भुगतान किया गया है. गोबर कम खरीदा गया और भुगतान की वजह से गड़बड़ी हुई है. जांच कराएंगे क्या? इस सवाल पर मंत्री बृजमोहन अग्रवाल ने राशि की जानकारी दी.
इस मामले में विधानसभा अध्यक्ष रमन सिंह ने आसंदी से कहा चारा कम खाए, लेकिन गोबर ज्यादा कैसे दिए? किस नस्ल की गाय और भैंस है, इसकी जांच करानी होगी. फिर मंत्री बृजमोहन अग्रवाल ने प्रश्न संदर्भ समिति की जांच की घोषणा कर दी.
पैरा दान के लेकिन लाने ले जाने में 53 करोड़ रुपए की गड़बड़ी
इसके बाद प्रश्न काल के दौरान बीजेपी विधायक अजय चंद्राकर ने सवाल किया 1 जनवरी 2019 से 30 सितंबर 2023 तक किस योजना में सरकार को पैरादान मिला? परिवहन की दर का आधार क्या था? भुगतान का मद क्या था? इस सवाल के जवाब में मंत्री बृजमोहन अग्रवाल ने कहा समितियां को 45.69 लाख क्विंटल पैरादान मिला.
मंत्री ने बताया कि परिवहन का भुगतान स्थानीय दर पर ट्रैक्टर और अन्य उपलब्ध वहां से किया गया. परिवहन का दर दूरी के आधार पर तय किया गया है. भुगतान गोधन न्याय योजना मूलभूत 14वें और 15वें वित्त मद से किया गया. इस जवाब पर बृजमोहन अग्रवाल ने आपत्ति की, उन्होंने कहा कि मूलभूत 14वें और 15वें वित्त मद की राशि परिवहन के लिए नहीं की जा सकती.
अजय चंद्राकर ने कहा कि पैरादान हुआ ही नहीं, 53 करोड रुपए पानी में चले गए. इसकी विधानसभा समिति से जांच कराइए. इस मांग पर मंत्री बृजमोहन अग्रवाल ने सदन में घोषणा की पैरादान योजना में परिवहन मामले की जांच विधानसभा की प्रश्न संदर्भ समिति करेगी.