Chhattisgarh News: बिलासपुर में मलेरिया से मौतों का मामला सामने आया है. यहां इस बीमारी से चार बच्चों की मौत हो गई है जिसके बाद झोलाछाप डॉक्टर के खिलाफ कार्रवाई की गई है. जिला प्रशासन ने इसकी तह तक जाकर इसकी जांच की. जानकारी के मुताबिक, इसमें कोटा क्षेत्र गुरुद्वारा के पीछे में संचालित मरावी क्लिनिक और महाशक्ति चौक में संचालित विश्वास क्लिनिक का नाम सामने आया है.
विश्वास क्लिनिक में इलाज कराने आए ग्रामीण विशंभर सिंह को कुल 713 रुपए की दवाई देकर कुल 1300 रूपए लिया गया था, जिसे तहसीलदार के द्वारा वापस किया गया. इसी प्रकार मरावी क्लिनिक के संचालक देवशंकर मरावी हैं जो शासकीय सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र कोटा में पदस्थ हैं. इनके द्वारा भी भारी मात्रा में एलोपैथी दवाईयां रखकर मरीजों का इलाज किया जा रहा था.
बिना डिग्री के डॉक्टर कर रहे इलाज
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मौके पर जांच के दौरान मरीजों की लंबी कतार पाई गई. बिना डिग्री के इलाज और भारी मात्रा में भंडारित एलोपैथी दवाइयों और इंजेक्शन के कारण उक्त दोनों क्लिनिक को तहसीलदार कोटा द्वारा सील किया गया. दोनों ही क्लिनिक में भारी मात्रा में एलोपैथी दवाइयां और इंजेक्शन पाया गया .