Vistaar NEWS

Chhattisgarh News: अंबिकापुर रेलवे स्टेशन पर स्टेबलिंग लाइन और अतिरिक्त प्लेटफार्म की सुविधा नहीं, यात्री परेशान

Chhattisgarh News

अंबिकापुर स्टेशन

Chhattisgarh News: दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे बिलासपुर जोन के महाप्रबंधक से अंबिकापुर रेलवे स्टेशन में स्टेबलिंग लाइन की सुविधा और अतिरिक्त प्लेटफार्म निर्माण की भी मांग की गई है. बता दें कि अंबिकापुर रेलवे स्टेशन इस रूट का आखिरी स्टेशन है, जो यात्रियों की संख्या, यात्री गाड़ी व माल गाड़ियों की संख्या व उनकी आवाजाही के लिहाज से व्यस्त है, किन्तु यहां पर मात्र एक प्लेटफार्म होने से लोग परेशान हैं. एक ही प्लेटफार्म होने के कारण यदि कोई गाड़ी प्लेटफार्म पर खड़ी हो तो पीछे से आने वाली किसी भी यात्री गाड़ी को कमलपुर, विश्रामपुर करंजी या अन्य किसी स्टेशन में अनावश्यक रूप से घंटों खड़ा होना पड़ता है. अतिरिक्त प्लेटफार्म की अनुपलब्धता के कारण निजामुद्दीन से अंबिकापुर की यात्री ट्रेन व जबलपुर से अंबिकापुर की यात्री गाड़ी दोनों लगभग हर बार 2-3 घंटे देर से अंबिकापुर पहुंचती है.

अतिरिक्त प्लेटफार्म की सुविधा नहीं, लोग परेशान

हजरत निजामुद्दीन से अंबिकापुर आने वाली यात्री गाड़ी के यहां पहुंचने का समय संध्या 7 बजे है, किंतु यह 10 बजे के बाद यहां पहुंचती है और 22 घंटे की लंबी दूरी के बाद शहर से मात्र 15 -20 किलोमीटर दूर रहकर भी अनावश्यक घंटों का विलंब होता है. जबलपुर से अंबिकापुर की यात्री ट्रेन के पहुंचने का समय रात्रि 11 बजे है. इस ट्रेन से अकेली लड़कियां व महिलाएं भी यात्रा करती हैं, यदि ट्रेन लेट हो जाए तो ऑटो इत्यादि की अनुपलब्धता से घर पहुंचने तक वे स्वयं एवं उनके परिजन आशंकाग्रस्त व चिंतित रहते हैं।तो अतिरिक्त प्लेटफार्म उपलब्ध न होने से एक ही प्लेटफार्म पर ज्यादा भार पड़ रहा है. स्टेबलिंग लाइन नहीं होने से व्यावहारिक रूप से नई ट्रेन की शुरुआत करने के लिए यह सबसे बड़ी बाधा है.

ये भी पढ़ें- बिलासपुर के सरकंडा थाना क्षेत्र में 17 साल के नाबालिग ने लगाई फांसी, मामले की जांच में जुटी पुलिस

डिवाइडर लगाकर रोड चौड़ीकरण कर रहे मांग

अमृत भारत स्टेशन योजना के तहत अंबिकापुर रेलवे स्टेशन में सौंदर्यीकरण और यात्री सुविधा विस्तार का काम चल रहा है, लेकिन व्यवस्था दुरुस्त करने रेलवे स्टेशन से मनेंद्रगढ़ रोड तक की सड़क में डिवाइडर लगाकर रोड चौड़ीकरण करने की मांग क्षेत्रीय रेल उपयोगकर्ता परामर्श यात्री समिति के सदस्य मुकेश तिवारी ने की है.

Exit mobile version