Chhattisgarh: अंबिकापुर के मेडिकल कॉलेज-अस्पताल में सोनोग्राफी के लिए मरीज-परिजन लगा रहे लाइन, दो दिन लाइन में लगने के बाद हो रहा इलाज

Chhattisgarh News: अंबिकापुर स्थित देवेंद्र कुमारी श्री देव मेडिकल कॉलेज में मरीज को सोनोग्राफी के लिए दो से तीन दिन तक लाइन लगाना पड़ रहा है. इसके बाद सोनोग्राफी का नंबर लग पा रहा है.
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सोनोग्राफी के लिए लाइन में लगे लोग

Chhattisgarh News: अंबिकापुर स्थित देवेंद्र कुमारी श्री देव मेडिकल कॉलेज में मरीज को सोनोग्राफी के लिए दो से तीन दिन तक लाइन लगाना पड़ रहा है. इसके बाद सोनोग्राफी का नंबर लग पा रहा है, इससे मरीजों को समय पर जहां जांच नहीं मिल रहा है, तो वहीं इलाज में देरी हो रही है, लेकिन अस्पताल प्रबंधन का कहना है कि उनके पास रेडियोलॉजिस्ट की कमी होने की वजह से ऐसी स्थिति बनी हुई है, और इसकी जानकारी विभाग के उच्च अधिकारियों से लेकर सरकार को भी है वही ऐसे हाल में मरीज निजी अस्पताल में जाकर जांच और इलाज करने के लिए मजबूर हैं.

सोनोग्राफी कराने लग रही लंबी लाइन

विस्तार न्यूज़ की टीम ने मेडिकल कॉलेज अस्पताल में पहुंचकर इस लापरवाही का जायजा लिया तो मरीजों ने बताया कि वे सुबह 6:00 बजे से ही सोनोग्राफी कराने के लिए लाइन में लग जा रहे हैं कई ऐसे मरीज हैं जो 2 से 3 दिन तक इसी तरीके से लाइन में टोकन लेकर खड़े हो रहे हैं लेकिन उनका नंबर नहीं लग पा रहा है क्योंकि सुबह 9:00 बजे से लेकर दोपहर 2:00 तक ही सोनोग्राफी की जा रही है और इस दौरान 50 से 60 मरीज का ही सोनोग्राफी हो पा रहा है जबकि लाइन में हर रोज 100 से अधिक मरीज लग रहे हैं और इसकी वजह से कई मरीज निजी अस्पतालों में इलाज कर रहे हैं लेकिन जिनके पास निजी अस्पताल जाने के लिए पैसे नहीं है वे इलाज के आभाव में इसी सरकारी अस्पताल के बिस्तरों में तड़प रहे हैं.

सोनोग्राफी मशीन दो, पर रेडियोलॉजिस्ट एक – अधीक्षक आरसी आर्य

मेडिकल कॉलेज-अस्पताल के अधीक्षक आरसी आर्य ने बताया कि अस्पताल में दो सोनोग्राफी मशीन है, लेकिन रेडियोलॉजिस्ट एक ही है जो दोनों मशीन को ऑपरेट करता है. इसके कारण ऐसी स्थिति बनी हुई है बता दें कि मेडिकल कॉलेज अस्पताल की व्यवस्था को दुरुस्त करने के लिए स्वास्थ्य मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल भी कई बार दौरा कर चुके हैं, लेकिन उसके बाद भी हालात में कोई सुधार नहीं है. बता दें की मेडिकल कॉलेज और इसके अस्पताल में 1100 डॉक्टर और अन्य अधिकारी, कर्मचारी पोस्टेड हैं। वहीं 280 पद रिक्त हैं. नियमित भर्ती नहीं होने की वजह से संविदा दैनिक वेतन भोगी और जीवनदीप समिति के माध्यम से कर्मचारियों की नियुक्ति कर काम चलाऊ व्यवस्था बनाया गया है.

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