Chhattisgarh News: बिलासपुर में लोगों की सुरक्षा को लेकर पुलिस की चलाई जा रही 112 गाड़ी जीवन रक्षक वहां के तौर पर इस्तेमाल हो रही है. जब भी लोगों को जरूरत पड़ रही है, तब डायल 112 में फोन लगाकर लोग अपनी पीड़ा बता रहे हैं और पुलिस बिल्कुल मानवीय तरीके से लोगों की मदद भी कर रही है. अच्छी बात यह है कि ज्यादातर मामलों में महिलाओं की डिलीवरी सामने आई है. पिछले 1 साल में पुलिस ने 800 से अधिक महिलाओं की सुरक्षित डिलीवरी इसी डायल 112 में करवा दी है.
ताजा मामला मस्तूरी के नेवारी का है जहां पुलिस ने नेक काम किया है.
डायल 112 की गाड़ी में महिला ने बच्चे को दिया जन्म
बिलासपुर में पुलिस की तरफ से चलने वाली डायल 112 गाड़ी में एक महिला का सुरक्षित प्रसव हुआ है. उसने एक स्वस्थ बच्चे को जन्म दिया है. मल्हार के पास नेवारी में रहने वाली सविता भैना 22 वर्ष को प्रसव पीड़ा होने पर उन्होंने पुलिस के 112 गाड़ी को डायल किया. महिला का दर्द देखकर पुलिस ने उसे अपनी गाड़ी में जगह दी और अस्पताल की ओर ला रहे थे लेकिन रास्ते में ही डिलीवरी हो गई. इसके बाद महिला को मस्तूरी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया गया है.
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अपराध के लिए अग्रणी है डायल 112
छत्तीसगढ़ में अपराध की रोकथाम के लिए सरकार अलग-अलग तरह से लोगों की मदद कर रही है. पुलिस ने बिलासपुर में बहुत ही सरल तरीके से लोगों तक पुलिस की मदद पहुंचे. इसके लिए ही डायल 112 अभियान चला रही है, जिसमें 7 से अधिक गाड़ियां अलग-अलग थानों से संचालित है. इन गाड़ियों में कुछ विशेष पुलिस कर्मियों की नियुक्ति होती है जो न सिर्फ मारपीट लूट हत्या और बाकी जैसे मामलों में संजीदगी से नजर रखती हैं, बल्कि कई बार तो उन्हें कई दूसरे संवेदनशील मामलों के लिए भी पुकारा जा रहा है. यही वजह है कि ज्यादातर मामलों में पुलिस को ही कॉल करने पर प्रसव पीड़ा झेल रही महिलाओं की इसी गाड़ी में डिलीवरी भी हो जा रही है.