Chhattisgarh News: दुर्ग ज़िले के गनियारी गांव में हुई दादी-पोती की हत्या के मामले में अब तक पुलिस आरोपियों तक नहीं पहुंच पाई है. आईजी दुर्ग रेंज द्वारा आरोपियों के बारे में सूचना देने वाले को 25,000 रुपए का इनाम देने की घोषणा करने के बाद भी अब तक पुलिस के हाथ खाली है. इस मामले को सुलझाने में अब पुलिस पॉलीग्राफी टेस्ट का सहारा लेगी. इसके लिए पुलिस ने कोर्ट से अनुमति भी ले ली है. जल्द ही प्रक्रिया शुरू करने का कार्य होगा.
गनीयरी गांव में दादी-पोती की हुई थी हत्या
दरअसल मामला 7 मार्च को दुर्ग जिले के गनियारी गांव में 62 वर्षीय राजवती साहू और कक्षा ग्यारहवीं में पढ़ने वाली उसकी 17 वर्षीय पोती सविता साहू की उन्हीं के घर में खून से लथपथ लाश मिली थी. अज्ञात आरोपियों ने उनकी हत्या कर दी थी. राजवती के तीन बेटे गांव में ही दूसरे जगह घर बनाकर रहते थे. राजवती अकेली होने पर उसके पास रात को सोने के लिए उसकी पोती सविता साहू आती थी.
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आरोपियों को अब तक नहीं पकड़ पाई पुलिस
पुलिस की टीम ने परिवार वालों सहित आसपास के कई लोगों से पूछताछ की थी. कॉल डिटेल भी खंगाले गए थे, इसके बावजूद भी पुलिस इस मामले को सुलझाने में सफल नहीं हो पाई थी. जांच के दौरान पुलिस ने इस मामले में कुछ संदेहियों को हिरासत में भी लिया था, परंतु सबूत नहीं होने के कारण उन्हें छोड़ना पड़ा था, वही एसपी जितेंद्र शुक्ला ने बताया कि कुछ संदिग्ध है. जिनसे पूछताछ में स्थिति स्पष्ट नहीं हो रही है, पुख्ता सबूत नहीं मिल पा रहे हैं जिनकी पुष्टि करने के लिए पॉलीग्राफी टेस्ट करवाया जा रहा है. पुलिस संदेहियों का पॉलीग्राफी टेस्ट कराएगी. इसके बाद ही यदि संदिग्ध के खिलाफ पर्याप्त सबूत नहीं मिले तो पुलिस उनका नार्को टेस्ट भी करवा सकती है. इसके लिए भी कोर्ट से अनुमति ली जाएगी. पॉलीग्राफी टेस्ट करने के बाद उम्मीद है कि इस मामले का खुलासा हो जाएगा. इसके लिए जुलाई माह में डेट निश्चित की गई है, उन्होंने ने कहा कि पूर्व में पाटन क्षेत्र में बहुत चर्चित खुड़मुड़ा हत्याकांड हुआ था, उसे मामले में भी पॉलीग्राफी टेस्ट कराया गया था. पुलिस अपने स्तर पर आरोपियों तक पहुंचने के लिए लगातार प्रयास कर रही है.