Chhattisgarh: ‘मोर संगवारी’ योजना के विस्तार पर सियासत, कांग्रेस ने बीजेपी पर पुरानी योजनाओं के नाम बदलने का लगाया आरोप

Chhattisgarh News: छत्तीसगढ़ में चार नवगठित नगर पालिकाओं जिसमें मंदिर हसौद, बांकी मोंगरा, लोरमी और पंडरिया में मोर संगवारी योजना का आज विस्तार हो रहा है. मोर संगवारी अपांइटमेंट मोबाइल एप भी लॉन्च किया जाएगा. मोर संगवारी सेवा के अंतर्गत नागरिकों के लिए चैट बोट की सुविधा वाट्सएप के माध्यम से उपलब्ध कराई जाएगी.
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डिप्टी सीएम अरुण साव और सुशील आनंद शुक्ला

Chhattisgarh News: छत्तीसगढ़ में चार नवगठित नगर पालिकाओं जिसमें मंदिर हसौद, बांकी मोंगरा, लोरमी और पंडरिया में मोर संगवारी योजना का आज विस्तार हो रहा है. मोर संगवारी अपांइटमेंट मोबाइल एप भी लॉन्च किया जाएगा. मोर संगवारी सेवा के अंतर्गत नागरिकों के लिए चैट बोट की सुविधा वाट्सएप के माध्यम से उपलब्ध कराई जाएगी. साथ ही तत्काल अपांइटमेंट किए जाने और मुहैया कराने , सेवाओं के लिए आवश्यक दस्तावेज संबंधी सभी जानकारियां भी प्रदान की जाएगी. इस योजना को लेकर प्रदेश में सियासत शुरू हो गई है.

मोर संगवारी योजना का होगा विस्तार

मोर संगवारी योजना के तहत 27 तरह की सेवाएं नागरिकों को बिना किसी व्यवधान और कार्यालय जाए बिना उपलब्ध कराई जाएगी. सरकारी दस्तावेज बनवाने की यह घर पहुंच सेवा वर्तमान में प्रदेश के सभी 14 नगर निगमों, 44 नगर पालिकाओं तथा दो नगर पंचायतों अंबागढ़ चौकी और गौरेला में संचालित की जा रही है. मोर संगवारी के अंतर्गत विभिन्न विभागों की 27 प्रकार की शासकीय सेवाएं जैसे राशन कार्ड, आय प्रमाण पत्र, निवास प्रमाण पत्र, जाति प्रमाण पत्र, आधार कार्ड, पैन कार्ड इत्यादि सेवाओं के लिए टोल-फ्री नंबर 14545 जारी किया गया है. मोर संगवारी योजना के विस्तार पर डिप्टी सीएम अरुण साव ने कहा कि जन्म प्रमाण पत्र, मृत्यु प्रमाण पत्र के लिए लोगों को इधर-उधर भटकना पड़ता है. संगवारियों के माध्यम से लोगों के घर तक पहुंचाने की योजना है. प्रमाण पत्र बनवाकर नगरी निकायों में घर पहुंचने का काम करेंगे यह योजना लोगों के लिए काफी मददगार साबित होगी.

योजनाओं का नाम बदलना मानसिक दिवालियापन – कांग्रेस

मोर संगवारी योजना के विस्तार पर संचार प्रमुख सुशील आनंद ने सरकार पर निशाना साधते हुए कहा- योजनाओं का नाम बदलना सरकार के मानसिक दिवालियापन को दर्शाता है. जब रचनात्मक कुछ कर नहीं पाते हैं तो पुरानी सरकार के योजनाओं नामो में बदलाव कर देते हैं. पिछली सरकार ने तमाम तरह के दस्तावेज लोगों के घर तक पहुंचाने के लिए यह योजना शुरू की थी, लेकिन 6 महीने में इसे बंद कर दिया गया. प्रदेश में सरकारी विभागों में काम करने की संस्कृति ही बंद हो गई है.

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इस योजना से जनता को मिलेगा लाभ

आम जनता को फायदा पहुंचाने की कोशिश सरकार हमेशा करती रहती हैं. यही वजह है कि कांग्रेस सरकार के द्वारा घर पहुंच सेवा देने के लिए  मितान योजना की शुरुआत की गई थी. इस योजना के तहत मितान घर तक पहुंचकर शासकीय दस्तावेज बनवाने का काम करते थे. सरकार बदलने के बाद अब बीजेपी सरकार मोर संगवारी के माध्यम से जनता को लाभ पहुंचाने का काम कर रही है. जिसे लेकर सियासत हाई है. खैर नाम भले ही बदला है लेकिन काम जनता का हो रहा है.

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