Chhattisgarh News: कलेक्टर अवनीश शरण ने उन 16 राशन दुकानों को नोटिस भेजा है, जिनके यहां से 40 लाख रुपए से ज्यादा का चावल गायब है. कलेक्टर के निर्देश पर फूड इंस्पेक्टर ने तखतपुर ब्लॉक के शासकीय राशन दुकानों की जांच की थी. जांच के दौरान ही गड़बड़ी उजागर हुई, इसके बाद नोटिस भेज कर फिलहाल जवाब मांगा गया है. जिन राशन दुकानों को नोटिस भेजा गया है. उनमें ग्राम कुरेली, केकराड़, भरनी, देवरीकला, विजयपुर, उड़ेला, सिंघनपुरी, राजपुर, अमसेना, लिदरी, कोपरा, बेलगहना, सकेरी, सकर्रा, सालहेकापा एवं देवतरा के शासकीय उचित मूल्य की दुकान शामिल है.
इसके अलावा भी इन दुकानों में कई तरह की गड़बड़ी पाई गई है. अनियमितता पाए जाने पर इन 16 दुकान संचालकों को नोटिस जारी किया गया है. इसके अलावा शासकीय उचित मूल्य दुकान विजयपुर एवं केकराड़ में खाद्यान्न अनियमितता पाए जाने पर दुकान निरस्तीकरण की कार्रवाई एवं शासकीय उचित मूल्य दुकान उड़ेला में दुकान निलंबन की कार्रवाई की गई है.
करोड़ों रुपए का राशन डकार के दुकानदार वसूली रुकी
शासकीय उचित मूल्य की दुकानों में करोड़ों रुपए की वसूली बाकी है. यह वसूली भी उन्हें राशन दुकानों से चावल शक्कर मिट्टी तेल और अन्य सामग्री को लेकर शामिल हैं जिन्हें पहले गायब किया गया था. या मामला सिर्फ जिले का नहीं बल्कि संभाग के कई स्थानों का है जहां वसूली की प्रक्रियाएं जारी है. बड़ी बात यह है कि चावल और राशन घोटाला करने वाले कई दुकानदारों की मौत भी हो चुकी है जिसे वसूली की प्रक्रिया अब तक नहीं हो पाई है.
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तहसीलदारों के पास पेंडिंग है मामले
सरकार यदि गंभीरता से वसूली को लेकर ध्यान दें तो कई तरह की राजस्व वसूली में आय बढ़ाई जा सकती है. राशन के अलावा इससे और कई मामले हैं, जिनमें आरआरसी जारी कर संबंधित अधिकारी वसूली के मामले को ठंडे डालकर भूल चुके हैं. यही कारण है कि वसूली सिर्फ औपचारिकता बनकर रह गई है.