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Chhattisgarh: घोटालेबाज डीन की छुट्टी, सिम्स मेडिकल कॉलेज के नए अधिष्ठाता बने डॉक्टर रमणेश मूर्ति

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मेडिकल कॉलेज के सस्पेंड डॉक्टर सहारे और नए डीन मूर्ति

Chhattisgarh News: छत्तीसगढ़ के बिलासपुर में सिम्स मेडिकल कॉलेज में स्वास्थ्य मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल ने बड़ी कार्यवाही की है. यहां के डीन दो के के सहारे और मेडिकल सुपरिंटेंडेंट डॉक्टर एस के नायक को सस्पेंड कर दिया गया है. इनके खिलाफ घोटाला करने के आरोप है। स्वास्थ्य मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल ने बताया कि सिम्स में आयुष्मान घोटाला और चादर तकिया की खरीदी में बड़ी गड़बड़ी हुई है जिसके बाद इन अधिकारियों को हटा दिया गया है. इधर उनके स्थान पर फिलहाल सरगुजा मेडिकल कॉलेज के वर्तमान डीन डॉक्टर रमणेश मूर्ति को बिलासपुर सिम्स का प्रभार सौंपा गया है. डीआर मूर्ति बिलासपुर में माइक्रोबायोलॉजी डिपार्मेंट के मुखिया रह चुके हैं इसके अलावा डॉक्टर मूर्ति यहां मेडिकल सुपरिंटेंडेंट के अलावा प्रभारी अधिष्ठाता भी रह चुके हैं यही वजह है कि उनके अनुभव को देखते हुए शासन ने उन पर एक बार फिर बिलासपुर सिम्स को सुधारने का जिम्मा जिम्मा है. डॉक्टर मूर्ति आज सिम्स में अधिष्ठाता का प्रभार लेने जा रहे हैं.

डॉक्टर सहारे पर कई तरह का आरोप

सिम्स के निलंबित डीन डॉक्टर के के सहारे पर कई तरह के गंभीर आरोप है. उनके खिलाफ रेडियोलॉजी डिपार्टमेंट की एक महिला अधिकारी ने प्रताड़ना का आरोप लगाकर महिला आयोग में इसकी शिकायत की थी जहां इस मामले की खूब सुनवाई हुई और आयोग ने डॉक्टर के के सहारे को जमकर डांट लगाई थी. इसके अलावा उनके कार्य शैली से अस्पताल और मेडिकल कॉलेज दोनों जगह के डॉक्टर परेशान थे. इसकी शिकायत राज्य सरकार तक पहुंच गई थी यही वजह है कि उनके ऊपर सस्पेंशन की बड़ी कार्यवाही हुई है.

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हो सकती है एफआईआर

जानकारों का कहना है कि सिम्स में निलंबित दोनों पदाधिकारी के खिलाफ गंभीर आरोप लगे हैं यही वजह है कि आने वाले दिनों में शासन इस पूरे मामले में राज्य स्तर से जांच टीम नियुक्त करने वाली है और यदि गड़बड़ी सही मिली तो आने वाले समय में दोनों पदाधिकारी के खिलाफ जुर्म दर्ज हो सकता है, हालांकि डॉक्टर एस के नायक ज्यादा दिनों के मेडिकल सुपरिंटेंडेंट नहीं है. यही वजह है कि उनकी इस मामले में शामिल होने की संभावना कम है लेकिन डॉक्टर सहारे पूरी तरह आयुष्मान घोटाले जैसी बड़ी गंभीर लापरवाही को लेकर खुद भी गैर गंभीर है और उन्होंने यहां के कुछ डॉक्टरों को इस पूरे मामले में अभय दान दे दिया है यही वजह है कि उनके ऊपर बड़ी कार्यवाही हो सकती है.

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