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Chhattisgarh: बिलासपुर में राशन के नाम पर 5 करोड़ का घोटाला, अब राशन के लिए 10-15 किमी जाने को मजबूर लोग

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बंद राशन दुकान

Chhattisgarh News: बिलासपुर जिले में राशन के नाम पर 5 करोड़ रुपए से ज्यादा का घोटाला सामने आया है.  शहर की 11 राशन दुकानों के अलावा ग्रामीण क्षेत्र के 15 से अधिक सोसाइटी में शक्कर, नमक, चावल और यहां तक की चने के नाम पर भी गड़बड़ी हुई है. बड़ी बात यह है कि जिन शहर या ग्रामीण क्षेत्रों पर इस तरह की गफलत सामने आई है, उसके बाद खाद्य विभाग ने उसे राशन दुकान की आईडी दूसरे राशन दुकानों को शिफ्ट कर दी है, यानी गड़बड़ी और जांच करते तक उसे क्षेत्र के लोगों को राशन का सारा सामान दूसरे दुकान से आवंटित किया जा रहा है.

राशन के लिए लोग हो रहे परेशान

इस घोटाले का दर्द उन लोगों को झेलना पड़ रहा है जिनकी कोई गलती नहीं है, और यही कारण है कि हजारों लोग परेशान है. किसी को 10 किलोमीटर तो किसी को 15 किलोमीटर तक चावल, नमक, शक्कर के लिए दूसरे गांव का सफर करना पड़ रहा है. सबसे बड़ी बात यह है कि इस पर भी समिति के संचालक अपनी मनमर्जी के हिसाब से लोगों को चावल शक्कर और बाकी सामान उपलब्ध करवा रहे हो यही कारण है कि उन्हें 4 से 5 घंटे 6 घंटे तो कभी पूरे दिन सामान नहीं मिल रहा है. विस्तार न्यूज़ ने ऐसी ही समस्या को समझने के लिए शहर और गांव के राशन दुकानों का जायजा लिया है जहां लोगों ने मुखर होकर अपनी बात विस्तार न्यूज़ के सामने रखी है और बताया है कि उन्हें लाइन में लगने के बाद भी राशन का सामान नहीं मिल रहा. सोसायटी संचालक मनमर्जी से दुकान खोलते हैं और बंद करते हैं सामान देने को लेकर भी उन्होंने खुद सही नियम तय कर रखा है और यही कारण है की भीड़ और लाइन में लगकर उन्हें समस्या झेलनी पड़ रही है. बिलासपुर जिले में 11 ऐसी दुकाने हैं, जहां एक करोड़ रुपए से अधिक की गड़बड़ी सामने आ गई है, इसी तरह ग्रामीण क्षेत्रों में भी तीन से चार करोड़ रुपए की गड़बड़ी सामने आई है, जिसे लेकर न सिर्फ नागरिक आपूर्ति निगम के अधिकारी बल्कि खाद्य विभाग ने भी तहसीलदार को इन जगहों पर पैसों की वसूली के लिए पत्राचार किया है, लेकिन ना तो शकर चावल तेल और चने में गड़बड़ी कर लाखों रुपए का वारा न्यारा करने वालों से पैसों की वसूली हुई है और नहीं उनके खिलाफ एफआईआर हुई है.

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जानिए, कहां कितने रुपए की गड़बड़ी, कार्यवाही शून्य

बिलासपुर के बंधवा पारा की लक्ष्मीनारायण की राशन दुकान में 79 क्विंटल चावल का स्टॉक कम पाया गया है. मसनगंज में नानकराम देवांगन की दुकान से 300 क्विंटल चावल कम पाया गया है. जूना बिलासपुर में अमरदीप बॉलर के राशन दुकान से 396 क्विंटल चावल की अफरा तफरी की गई है। अशोकनगर में जय प्रकाश गुप्ता की दुकान से साढे 300 क्विंटल चावल कम मिला है. टिकरापारा में अमरनाथ की दुकान से, सरकंडा में अरविंद आले और अशोक विहार में दिनेश गुप्ता की राशन दुकान में भी शकर चावल के नाम पर बड़ी गड़बड़ी सामने आ चुकी है. इन्हें नोटिस भेजा गया है और वसूली की प्रक्रिया के लिए पत्र बढ़ाया गया है लेकिन ना तो वसूली हो पाई है और नहीं इनके खिलाफ जुर्म दर्ज किया गया है. इसके अलावा सरकंडा में मनोज दुबे की दुकान से 496 क्विंटल राशन और चावल कम पाया गया है.

विधायक कर रहे शिकायत, ग्रामीण क्षेत्र का बुरा हाल

शहरी क्षेत्र के अलावा ग्रामीण क्षेत्रों पर भी नमक शक्कर, चावल बांटने में खूब गड़बड़ी हुई है. विधायक सुशांत शुक्ला ने कर्रा नाम के गांव के समिति की शिकायत खुद ही की है. इसके अलावा भी अन्य जगह से अलग-अलग शिकायत के सामने आ रही है. कुल मिलाकर ग्रामीण क्षेत्रों में भी लोगों को 10 से 15 किलोमीटर सफर करना पड़ा है और यही कारण है कि उन्हें दिक्कत हो रही है. उन्होंने अपनी समस्या विधायक के अलावा स्थानीय प्रशासन के अधिकारियों को भी भेजी है.

फिलहाल किसी के खिलाफ FIR नहीं – धीरेंद्र कश्यप, फूड इंस्पेक्टर

राशन दुकानों में जहां-जहां जिस जिस तरह की दिक्कत होती है उसे दूर करने का प्रयास किया जा रहा है. जहां कहीं राशन दुकानों की गड़बड़ी हुई है उन्हें आगाह किया गया है. चेतावनी भी दी गई है नोटिस भी भेजा गया है. सबसे बड़ी बात यह है कि राशन दुकानों में गड़बड़ी करने वालों के खिलाफ एफआईआर होनी है लेकिन अभी फिलहाल किसी के खिलाफ हो नहीं पाई है, आने वाले समय में बड़े अधिकारियों के निर्देश के बाद कार्यवाही बढ़ाएंगे.

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