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Chhattisgarh: स्वाइन फ्लू का नया हॉटस्पॉट बना बिलासपुर, अब तक 9 लोगों की हुई मौत, 5 नए मरीज भी मिले

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Chhattisgarh News: स्वाइन फ्लू बीमारी से पीड़ित एक महिला की मौत हो गई. महिला 31 अगस्त से मेडिकल कॉलेज सिम्स में भर्ती थी. विशेषज्ञ डॉक्टरों की निगरानी में इलाज चल रहा था, लेकिन महिला की स्थिति में कोई सुधार नहीं आया. शनिवार को इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई. अब तक 9 लोगों की इस फ्लू से मौत हो चुकी है. इसके अलावा जिले में 5 नए स्वाइन फ्लू से पीड़ित मरीज मिले हैं. सभी को अस्पताल में भर्ती कराया गया है. वर्तमान में मरीजों की संख्या 159 पहुंच गई है.

सरकंडा निवासी महिला (60) को 31 अगस्त को शरीर में दर्द व बुखार के कारण सिम्स में भर्ती हुई थी. जांच के उपरांत स्वाइन फ्लू होने की पुष्टि हुई. इसके बाद प्रभावती का इलाज प्रारंभ किया गया. मरीज को स्वाइन फ्लू वार्ड में भर्ती कराया गया था. सुबह से लेकर रात तक डॉक्टरों द्वारा मरीज का मेडिकल जांच किया जा रहा था. 6 अगस्त की रात अचानक प्रभावती की तबियत बिगड़ने लगी. इस बीच डॉक्टरों की टीम ने सघन इलाज शुरू किया, लेकिन महिला की तबीयत में कोई खास सुधार नहीं आया. शनिवार को मरीज की मौत हो गई. सिम्स प्रबंधन ने स्वाइन फ्लू मरीज की मौत की जानकारी सीएमएचओ को दी. इसके साथ ही जिले में स्वाइन फ्लू से पीड़ित मरीजों की संख्या में तेजी से इजाफा हो रहा है. रोजाना स्वाइन फ्लू के मरीज सामने आ रहे हैं. वर्तमान में 159 मरीजों की पुष्टि हो चुकी है. ज्यादातर मरीजों की स्थिति में तेजी से सुधार आ रहा है.  जिले में अब तक 9 लोगों की स्वाइन फ्लू से मौत हो चुकी है.

स्वास्थ्य विभाग ने टोल फ्री नंबर 104 किया जारी

स्वाइन फ्लू के बढ़ते प्रभाव को ध्यान में रखते हुए स्वास्थ्य विभाग द्वारा टोल फ्री नंबर 104 जारी किया गया है. किसी भी व्यक्ति की तबियत बिगड़ने पर इस नंबर पर फोन कर जानकारी दे सकते हैं. जानकारी मिलते ही स्वास्थ्य विभाग की टीम मदद के लिए उपस्थित हो जाएंगी. इस नंबर पर 24 घंटे संपर्क किया जा सकता है.

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 बीमारी से निपटने पुख्ता इंतजाम – CMHO

सीएमएचओ डॉक्टर प्रभात श्रीवास्तव ने बताया कि स्वाइन फ्लू की बीमारी से निपटने के लिए सारे पुख्ता इंतजाम किए गए हैं. मेडिकल कालेज सिम्स, जिला अस्पताल , सभी सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों में आईसोलेशन वार्ड, दवाइयां और आक्सीजन सिलेंडर की पूरी सुविधा उपलब्ध है.जरूरत होने पर मरीज को उच्च संस्थान में भेजने हेतु एंबुलेंस की व्यवस्था की गयी है.

शुरूआत से ही इलाज कराएं

डॉक्टर श्रीवास्तव ने कहा कि स्वाइन फ्लू यह सामान्य बुखार जैसा ही होता है. शरीर में दर्द, सर्दी, बलगम की शिकायत के साथ बुखार आता है तो ऐसे मे तत्काल चिकित्सक से परामर्श लेना आवश्यक होता है. वाइन फ्लू में शुरूवात से ही उपचार लेना चाहिए. स्वाइन फ्लू से बचाव के लिए भीड़ से दूर रहना चाहिए. प्रथम 72 घंटे में आराम नहीं होने पर स्वाइन फ्लू की जांच अवश्य कराएं.

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