Chhattisgarh News: बलरामपुर रामानुजगंज जिले के राजपुर व बलरामपुर थाने के थाना प्रभारी को लाइन अटैच कर दिया गया है. वहीं दो अन्य थाना में सदस्य उप निरीक्षकों को भी लाइन अटैच किया गया है.
जानिए क्या है पूरा मामला
पिछले दिनों बलरामपुर में बजरंग दल के सह संयोजक सुजीत स्वर्णकार व एक अन्य युवती की लाश मिलने के बाद बलरामपुर में चक्का जाम किया गया था और कानून व्यवस्था बिगड़ी थी तो राजपुर के जनपद कार्यालय में एक ठेकेदार ने पुलिस की लाठी लेकर एसडीओ और सब इंजीनियर के साथ मारपीट की थी. उसके बाद से माना जा रहा था की इन दोनों थानों के थाना प्रभारी का तबादला होगा या उन्हें लाइन अटैच किया जाएगा. हालांकि वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक डॉक्टर लाल उमेद सिंह ने ट्रांसफर वाले अपने आदेश में इस बात का जिक्र नहीं किया है और आदेश को देखकर लग रहा है कि यह सामान्य तौर पर समय-समय पर जारी किए जाने वाले ट्रांसफर आदेश हैं लेकिन पुलिस महकमा से जुड़े लोगों का कहना है कि आचार संहिता समाप्त होने के बाद यह कार्रवाई की गई है क्योंकि आचार संहिता के दौरान यह कार्रवाई नहीं की जा सकती थी वहीं आचार संहिता के समय इन दोनों थाना प्रभारी को हटाने के लिए स्थानीय जनप्रतिनिधियों के द्वारा पुलिस के अफसरों से मांग की जा रही थी.
तीन थाना के प्रभारियों को एसपी ने किया लाइन अटैच
बता दें कि ट्रांसफर आदेश में पुलिस अधीक्षक ने राजपुर थाना प्रभारी सुधीर मिंज को जहां लाइन अटैच किया है वहीं राजपुर थाना में प्रभारी के पद पर निरीक्षक भारद्वाज सिंह को पदस्थ किया गया है दूसरी तरफ बलरामपुर थाने से नरेंद्र कुमार को हटाकर उनकी जगह राजेंद्र कुमार यादव को थाना प्रभारी बनाया गया है दूसरी तरफ आजाक़ थाना के प्रभारी प्रमोद रूसिया को लाइन अटैच किया गया है और उनकी जगह रामचंद्रपुर में थाना प्रभारी देवेंद्र कुमार ठाकुर को थाना प्रभारी अजाक बनाया गया है. इसी तरह चलगली थाना के उपरीक्षक रामशेखर शुक्ला को भी लाइन अटैच किया गया है कुल मिलाकर ट्रांसफर की सूची में 20 पुलिस कर्मियों का ट्रांसफर किया है अब देखना होगा कि इस ट्रांसफर आदेश के बाद पुलिस की कार्य प्रणाली में किस तरीके का सुधार आता है क्योंकि कई थानों में थाना प्रभारी ने पुलिस कर्मियों ने माफियाओं से सेटिंग कर लिया था और उनके खिलाफ लगातार शिकायत मिल रही थी.