Chhattisgarh News: बिल्हा मस्तूरी कोटा रतनपुर क्षेत्र में डायरिया डरने लगा है और लोगों को दुख दर्द भी दे रहा है. बिल्हा क्षेत्र में दो लोगों की मौत की सूचना मिली है. जिनमें 45 साल का पुरुष हीरालाल और 19 साल की युवती नेहा धीवर की मौत हो गई है. इसके अलावा जिले में अलग-अलग स्थान पर 109 लोग डायरिया से प्रभावित हैं. सबसे बड़ी बात यह है, कि स्वास्थ्य विभाग और नगर निगम के अधिकारी साफ सफाई और बाकी बातों के लिए लोगों की मौत इंतजार कर रहे हैं. शायद यही कारण है कि अब जाकर महकमा हरकत में आया है, हालांकि कुछ दिन पहले रतनपुर में कलेक्टर ने मौके का जायजा लिया था और 15 वार्डों में साफ सफाई और इंतजाम सुधारने के आदेश दिए थे, लेकिन रतनपुर के अलावा कोटा मस्तूरी और बिल्हा के क्षेत्र में भी यह महामारी फैलने लगी और कुल मिलाकर के फिलहाल 109 लोग डायरिया की चपेट में है.
गंदा पानी सबसे बड़ा कारण
नगर निगम और नगर पंचायत के अधिकारियों ने ग्रामीण क्षेत्रों में पानी के इंतजाम को लेकर खूब अनदेखी की है इसी का नतीजा है कि मानसून शुरू होते ही गंदा पानी लोगों के घरों तक पहुंचने लगा है और इसे पीना उनकी मजबूरी बन गई है. पानी में क्लोरीन डालना तो दूर टंकियां की सफाई 5 सालों में हो रही है जिसके कारण ही यह महामारी फैल रही है.
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रतनपुर में कीड़े वाला पानी पी रहे थे लोग
रतनपुर क्षेत्र के 14 वार्डों में जिस तरह डायरिया फैल गया इसका बड़ा कारण लोगों को कीड़े वाला पानी पीना बताया गया था. असल में यहां वार्डों में लोगों के घरों तक पहुंचने वाली पाइपलाइन पूरी तरह टूट गई थी. जिसके कारण ही बारिश का पानी नाली के पानी के साथ मिलकर घर तक पहुंच रहा था और इसे ही लोग पी रहे थे और यही बीमारी का कारण भी बना था. सकरी के अटल आवास में भी लोगों ने कहा था कि वह नगर पंचायत और अधिकारियों के अनदेखी के कारण कीड़े वाला ही पानी पी रहे हैं इसके चलते हुए बीमार हुए थे.