Chhattisgarh News: अनुसूचित जाति जनजाति के आरक्षण में क्रीमी लेयर लागू करने के सुप्रीम कोर्ट के सुझाव का अनुसूचित जाति जनजाति संघर्ष समिति विरोध कर रही है इसी को लेकर आज भारत बंद का ऐलान किया गया है. इसी कड़ी में छत्तीसगढ़ अनुसूचित जाति जनजाति वर्ग संयुक्त मोर्चा के पदाधिकारी आज सुबह से ही सड़को पर आकर जिले को बंद कराने में जुटे है. वहीं बस्तर में इसका व्यापक असर दिख रहा है, वहीं कांकेर, महासमुंद और राजनांदगाव में भी मिलाजुला असर दिखाई दे रहा है.
बस्तर में दिखा भारत बंद का व्यापक असर, यात्री परेशान
भारत बंद का व्यापक असर बस्तर में भी देखने को मिल रहा है. बंद के चलते यात्री बसों के पहिए थमे हुए हैं. एक शहर से दूसरे शहर जाने वाले सैकड़ों यात्री जगदलपुर के बस स्टैंड में फंसे हुए हैं. बंद के चलते शहर के रेस्टोरेंट और दुकानें भी बंद हैं, जिसके चलते यात्रियों को खासी मुसीबत उठानी पड़ रही है. वहीं रायपुर को बस्तर से जोड़ने वाले नेशनल हाइवे 30 पर भी सुबह से ही सर्व आदिवासी समाज ने गाड़ियों को रोक दिया था. जिसके चलते NH पर ट्रक और बस की लंबी कतार लग गई है. जगदलपुर शहर आंध्रप्रदेश, तेलंगाना, ओडिसा जैसे राज्यों के बीच जंक्शन जैसा है. अधिकांश यात्री बसें इसी शहर से होकर गुजरती हैं..यही वजह है कि कई यात्री जो हैदराबाद जैसे शहरों से दूसरे शहर जा रहे थे. वो भी सुबह से ही जगदलपुर में फंसे हुए हैं.
सर्व आदिवासी समाज सहित विभिन्न एसटी एससी संगठनों के सदस्य इस बंद को सफल बनाने सुबह से ही जुटे रहे. बस्तर चैंबर ऑफ कॉमर्स ने बंद को शाम 5 बजे तक अपना समर्थन दिया जिसके चलते जगदलपुर में सुबह से दुकानें स्वतः ही बंद रही, हालांकि इमरजेंसी सर्विसेज इस दौरान शुरू रही.
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दुर्ग जिले में दिखा भारत बंद का असर
भारत बन्द का असर दुर्ग जिले में भी देखा गया,तो वहीं बसपा सहित कुछ सामाजिक संगठन के लोग जरूर पटेल चौक के पास पहुंचे और चौक पर नारेबाजी की नारेबाजी करने के बाद यह एसडीएम को राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन सौंपा गया.
कांकेर में नेशनल हाइवे सहित सभी स्टेट हाइवे जाम
कांकेर में 2 घंटे से नेशनल हाइवे सहित सभी स्टेट हाइवे जाम को जाम कर दिया गया है, लोग अभी भी सड़क पर डटे हुए जिले के सभी जगहों पर st/sc वर्ग के लोग सड़क पर उतर कर प्रदर्शन कर रहे है, प्रदर्शन में अधिकारी कर्मचारी भी नजर आ रहे है, ऐच्छिक अवकाश लेकर प्रदर्शन में पहुंचे. सरकारी कार्यालयों में भी सन्नाटा पसरा है.
राजनांदगांव में भी दिखा असर
राजनन्दगाँव में छत्तीसगढ़ अनुसूचित जाति जनजाति वर्ग संयुक्त मोर्चा के पदाधिकारी आज सुबह से ही सड़को पर आकर जिले में बंद कराने मे जुटे है. नगर की थोक व फुटकर सब्जी मण्डी , बस , दुकाने , फुटपाथ पर लगने वाली दुकाने पूर्णतः बंद है, हालांकि आवश्यक सेवा ( स्कूल , कालेज , पेट्रोल पंप , दवा की दुकाने आदि ) खुले हुवे है. अनुसूचित जाति जनजाति वर्ग संयुक्त मोर्चा कहना है कि हमारा ये विरोध शांतिपूर्ण है, हम लोग चाहते है कि सरकार एक अध्यादेश जारी करे तो हमारी मंशा पूर्ण हो जायेगी. इसलिए आज हम लोग सड़क पर उतर कर विरोध स्वरुप दुकाने बंद करा रहे है
रायपुर व सुरगुजा में में दिखा मिल जुला असर
छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में भारत बंद का असर मिला-जुला दिखाई दिया. जहां पर कई दुकानों को बंद किया गया. तो दिन भर कई दुकानें खुली रही. सुबह से ही एससी एसटी समाज से जुड़े लोग बाइक के माध्यम से शहर बंद करवाने निकले.
सरगुजा जिले मे भारत बंद के आह्वाहन का व्यापक असर नहीं दिखा. शहर में आरक्षण को लेकर प्रदर्शन हो रहा है, लेकिन दुकान और दफ़्तर सभी खुले है. आदिवासी समाज ने सभी वर्गो से बंद के लिए समर्थन मांगा था.