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Chhattisgarh: नक्सल प्रभावित क्षेत्र में बदलाव की बयार, बस्तर संभाग में पहले पासपोर्ट कार्यालय की हुई शुरुआत

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कांकेर में खुला पासपोर्ट कार्यालय

Chhattisgarh News: छत्तीसगढ़ का बस्तर नक्सलवाद का दंश लंबे अरसे से झेल रहा हैं. लेकिन नक्सलवाद से ग्रस्त इस बस्तर में अब बदलाव की बयार बह रही है. नक्सलवाद के नाम से जाने जाने वाला बस्तर, अब बदल रहा है. पुलिस और सुरक्षा बल के जवानों की लगातार कार्यवाही से नक्सलियों का यह अभेद किले ध्वस्त हो रहे हैं. बस्तर में हवाई सेवा शुरू हो चुकी है और अब बस्तर के लोगों को हवाई सेवा के साथ-साथ विदेश जाने के लिए पासपोर्ट की सुविधा भी इसी नक्सलगढ़ के नाम से जाने जाने वाले बस्तर में ही मिलेगा. जिसके पहले कार्यालय का शुभारंभ बस्तर संभाग के उत्तर बस्तर कांकेर में किया गया.

बस्तर संभाग में पहले पासपोर्ट कार्यालय की हुई शुरुआत

संभाग का उत्तर बस्तर कांकेर पहला ऐसा जिला हैं जहाँ पासपोर्ट कार्यालय की शुरुआत हुई है. जिसका शुभारंभ कांकेर लोकसभा सांसद भोजराज नाग ने किया. कलेक्ट्रेट कार्यालय में आयोजित इस कार्यक्रम में काफी संख्या में लोग पहुंचे रहे. कार्यक्रम में पहुंची रेखा ठाकुर का कहना है लोगो को पासपोर्ट बनवाने के लिए राजधानी रायपुर के चक्कर लगाने पड़ते थे. एक कार्य के लिए 3 से 4 बार रायपुर आनजान पड़ता था. इस दौरान काफी खर्च हो जाते थे. आज भी बहुत से लोग चक्कर लगाते है. लेकिन अब मुख्यालय में इस सेवा मिलने से जिले वासियों को बेहद लाभ मिलेगा. सरकार के इस प्रयास से बस्तर की तस्वीर बदलेगी. स्थानीय अनूप शर्मा का कहना है कि बस्तर को अबतक केवल नक्सली के नाम से ही जाना जाता था लेकिन अब बस्तर बदल रहा है. फोर लेन से लेकर सिक्सलेन तक कि सड़के बन रही है. रेल की सुविधा भी मिल रही है. अब पासपोर्ट कार्यालय खुलने से लोगों को आसानी होगी. आशा करते है कि आगामी समय मे बस्तर शांति आएगी और वह तमाम सुविधाएं मिलेंगी जिसके लिए बस्तर लंबे अरसे उपेक्षित रहा है.

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बता दें कि देश के गृहमंत्री अमित शाह ने नक्सलवाद को लेकर कड़े रुख अपनाए है. उन्होंने नक्सलवाद पर अपने संबोधन में कहा था कि नक्सली अगर पाताल लोक में भी छिपे हो नही छोड़ेंगे. जवानों की अंदरूनी इलाको तैनाती और सर्चिग ने नक्सलवाद को घुटनों पर ला दिया है. आये दिन बड़ी संख्या में माओवादी मारे जा रहे है. बहुत से नक्सली सरकार की पुनर्वास नीति से प्रभावित होकर आत्मसमपर्ण कर रहे है. बस्तर में अब धीरे- धीरे शांति स्थापित हो रही है.

ऐसा नहीं है कि इसका लाभ केवल बस्तर संभाग को ही मिलेगा. विदेश मंत्रालय के ज्वाइंट सेकेटरी के जे श्रीनिवास और दिनेश कुमार मिस्त्र निदेशक डाकसेवा ने बताया कि इस कार्यालय का लाभ बस्तर संभाग के अलावा बालोद, धमतरी, कोण्डागांव के लोगो को भी मिलेगा. शुभारंभ के साथ ही केशकाल से पहुंचे 5 लोगो को पासपोर्ट भी वितरण कर दिया गया.

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