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Holi 2025: नक्सलियों के गढ़ में जवानों ने खूब खेली होली, झूमते-नाचते आए नजर

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जवानों ने मनाई होली

Holi 2025: आज देशभर में सुरक्षा जवान होली खलते नजर आए. वहीं ऐसी ही एक तस्वीर बस्तर से सामने आई. उस बस्तर से जहां कभी नक्सली जवानों के खून से होली खेलते थे, लेकिन आज यहाँ जवान होली के जश्न में डूबे हैं. साल भर चौबीसों घंटे नक्सलियों को घेरने की प्लानिंग करने वाले पुलिस के अधिकारी भी, एक दिन इस तनाव से मुक्त होकर झूम रहे हैं.

नक्सलियों के गढ़ में जवानों ने खेली होली

जवानों का वर्दी पहने होली मानते ये तस्वीर सुकमा जिले के पूवर्ती गांव की है. वही पूवर्ती गांव जो देश के सबसे खूंखार नक्सली हिडमा और देवा का गांव है. यहां ठीक एक साल पहले ही फोर्स और प्रशासन के पैर पड़े. जवानों ने नक्सलियों की छाती पर चढ़ पहले अपना कैंप खोला और अब होली के जश्न में जवान डूबे नजर आए. ये बहुत ही महत्वपूर्ण तस्वीर है. ये तस्वीरें नक्सलियों के सबसे मजबूत गढ़ में आए बड़े बदलाव की हैं.

जश्न में डूबे नजर आए जवान

पूवर्ती के अलावा सुकमा जिले के दूसरे नक्सल प्रभावित इलाके केरलापेंदा, चिंतलनार और तुमलपाड़ गाँव के सीआरपीएफ कैंप से भी तस्वीरें आई हैं. सिर्फ साल भर पहले तक इन इलाकों में नक्सलियों का कब्जा था. इन इलाकों में जवानों ने कई बार शहादत दी. जिसके बाद इन इलाकों में कैंप स्थापित हो पाए और पहली बार जवानों ने नक्सलियों की छाती पर चढ़कर होली खेली है. इसके अलावा जगदलपुर में भी जवान होली के जश्न में डूबे नजर आए. एक दूसरे को अबीर गुलाल से रंगने के साथ ही जवानों ने जमकर ठुमके लगाए.

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सुंदरराज पी भी हुए शामिल

अब जरा नक्सलियों के खिलाफ सबसे बड़े ऑपरेशन प्लान करने वाले अधिकारियों का भी होली सेलिब्रेशन देख लीजिए. और इन्हे एक धीर गंभीर पुलिस अधिकारी के तौर पर जाना जाता है. बस्तर में नक्सलियों के खिलाफ जो सबसे बड़ा ऑपरेशन चल रहा है. वो इन्हीं के नेतृत्व में चल रहा है. सुंदरराज पी हमेशा वर्दी में नजर आते हैं. नक्सलवाद के खात्मे की प्लानिंग और बस्तर में विकास की बात करते, लेकिन आज झूम रहे हैं और होली के रंग में रंगे नजर आ रहे हैं.

दरअसल होली का त्यौहार ही ऐसा है जो अपने रंग में सबको घोल लेता है और बस्तर की होली सिर्फ होली नहीं है. ये जवानों के शौर्य का त्योहार है. जहां नक्सली कभी खून की होली खेलते थे. आज जवान उसी बस्तर में अबीर गुलाल से अमन छैन की होली खेल रहे हैं. ये होली बस्तर के बदलाव की है. ये होली जवानों के शौर्य की है.

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