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Mahadev Betting App: क्या भूपेश बघेल जाएंगे जेल? ED की सप्लीमेंट्री चार्जशीट में आया नाम, पूर्व सीएम तक कैसे पहुंची जांच की आंच

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पूर्व सीएम भूपेश बघेल (फोटो- Bhupesh Baghel/Facebook)

Mahadev Betting App: छत्तीसगढ़ के दुर्ग जिले से शुरू हुए ऑनलाइन महादेव सट्टा गेमिंग एप ने छत्तीसगढ़ की राजनीति में लगातार उलटफेर मचाया हुआ है. इस ऑनलाइन गेमिंग एप के संचालक के दुबई में नजरबंद होने की सूचना है. इधर छत्तीसगढ़ में इस मामले में राजनीति जारी है. इस मामले की जांच कर रही ईडी लगातार नए-नए खुलासे कर रही है. ताजा मामले में ईडी ने सप्लीमेंट्री चार्जशीट में छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल का नाम भी शामिल किया है. आखिर यह महादेव ऑनलाइन सट्टा गेमिंग भिलाई से शुरू होकर कैसे दुबई तक पहुंचा गया और कैसे राजनीतिक गलियारों में तहलका मचाने लगा?

छत्तीसगढ़ की इस घटना को लोग लंबे वक्त तक नहीं भूल पाएंगे

दरअसल, साल 2023 में कई ऐसी घटनाएं हुई हैं, जिन्हें लोग लंबे वक्त तक नहीं भूल पाएंगे. उन्ही में से एक घटना छत्तीसगढ़ के दुर्ग जिले में भी हुई है, जिसने छत्तीसगढ़ की राजनीति में भूचाल ला दिया था. इस घटना की चर्चा दुर्ग से दिल्ली और दुबई तक हो रही है. देश के पीएम नरेंद्र मोदी ने भी इस मामले को लेकर विपक्षी दल पर निशाना साधा था. दुर्ग में हुए एफआईआर की जांच दुबई तक पहुंची. दरअसल साल 2022 में एक एफआईआर के बाद साल 2023 आते-आते यह बड़ा मामला बन गया. यह मामला इतना बड़ा बन गया कि दुर्ग से दुबई तक इस मामले की चर्चाएं होने लगी है. इस मामले में छत्तीसगढ़ के पूर्व सीएम भूपेश बघेल का नाम जुड़ने के बाद इसकी और भी ज्यादा चर्चा होने लगी है.

एक एफआईआर की आंच पहुंची दुबई तक

2023 के शुरुआती महीनो में दुर्ग के तत्कालीन एसपी डॉक्टर अभिषेक पल्लव ने इस मामले की तहकीकात की तो पता चला कि इस मामले में करोड़ों रुपए का लेनदेन और कई बड़े नेता व अधिकारी संलिप्त हैं. ऑनलाइन महादेव सट्टा गेमिंग ऐप का नाम सामने आने के बाद छत्तीसगढ़ की राजनीति से लेकर दिल्ली तक की राजनीति तक कोहराम मचा दिया था.

आखिर क्यों इस मामले की जांच करने लगी ईडी

इस ऑनलाइन सट्टा महादेव ऐप की शुरुआत छत्तीसगढ़ के भिलाई से हुई थी. इस ऑनलाइन सट्टा का संचालन भिलाई के रहने वाले सौरभ चंद्राकर और रवि उप्पल दुबई में रहकर कर रहे है. जब पुलिस ने इस मामले में कार्रवाई करना शुरू किया, तो करोड़ों रुपए के लेनदेन का पता चला. पुलिस जब इस मामले की जाँच करते गई तब पुलिस को कई अहम जानकारियां मिलती गई. पुलिस ने इस मामले में भारत के अलग-अलग राज्यों से कई लोगों को गिरफ्तार किया था. इसके साथ ही कई बैंकों के पासबुक, एटीएम, मोबाइल, लैपटॉप और नगदी के साथ करोड़ों रुपए के लेनदेन की डायरी मिली, जिसमें करोड़ों के ट्रांजैक्शन का पता चला. दुर्ग पुलिस इस मामले की जाँच कर ही रही थी कि तभी ईडी ने भी इस मामले की फाइल दुर्ग पुलिस से मांगी, फिर ईडी इस मामले की जांच में जुट गई.

तत्कालीन सीएम भूपेश बघेल पर 508 करोड़ लेने के लगे थे आरोप

जब ईडी ने महादेव ऑनलाइन सट्टा एप मामले की जांच शुरू की तो इस मामले की चर्चा पूरे छत्तीसगढ़ से लेकर भारत में होने लगी थी. छत्तीसगढ़ की तत्कालीन कांग्रेस की भूपेश सरकार पर बीजेपी लगातार महादेव सट्टा एप के संचालकों को संरक्षण देने का आरोप लगा रही थी. वहीं तत्कालीन मुख्यमंत्री भूपेश बघेल इन आरोपों को गलत बताया था और इस मामले में कार्रवाई किए जाने की बात कही थी. लेकिन यह मामला उस समय और हाई प्रोफाइल हो गया जब ईडी ने एक प्रेस नोट जारी करते हुए यह कहा कि ऑनलाइन सट्टा महादेव एप के प्रमोटर ने छत्तीसगढ़ के तत्कालीन मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को 508 करोड रुपए देने का आरोप लगाया है.

पीएम मोदी ने भूपेश सरकार पर जमकर साधा था निशाना

इसके बाद तत्कालीन मुख्यमंत्री भूपेश बघेल इन आरोपों पर निष्पक्ष जांच होने की बात कहते हुए इन आरोपों को गलत बताया था. उसे समय छत्तीसगढ़ में विधानसभा चुनाव हो रहे थे. ईडी ने इस मामले से जुड़े कई लोगों के घर भी रेड की थी. इस मामले में ईडी ने एक पुलिस वाले को भी गिरफ्तार कर लिया था. इसके साथ ही ईडी ने असीम दास नाम के व्यक्ति को गिरफ्तार किया था, जो अभी जेल में है. लेकिन देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जब चुनाव प्रचार के दौरान दुर्ग पहुंचे तो उन्होंने इस मामले को लेकर तत्कालीन कांग्रेस की भूपेश सरकार को जमकर घेरा था. छत्तीसगढ़ की भूपेश सरकार पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कई गंभीर आरोप लगाए थे.

दुबई से एक आरोपी हुआ गिरफ्तार

छत्तीसगढ़ में 3 दिसंबर को विधानसभा चुनाव के मतगणना के बाद भाजपा की सरकार बन चुकी थी. भाजपा ने 54 सीटों पर जीत दर्ज की थी जबकि कांग्रेस को 35 सीट मिली थी. इस तरह से छत्तीसगढ़ में भाजपा ने एक बार फिर पूर्ण बहुमत की सरकार बनाई. छत्तीसगढ़ में बीजेपी की सरकार इधर बनी चुकी थी, उधर भारतीय जांच एजेंसी को बड़ी सफलता मिली और महादेव सट्टा एप के सह-संस्थापक रवि उप्पल को दुबई में गिरफ्तार कर लिया गया.

सप्लीमेंट्री चार्जशीट में भूपेश बघेल का भी नाम 

इसके बाद दुबई में ऑनलाइन महादेव सट्टा गेमिंग एप के संचालक सौरभ चंद्राकर को नजरबंद किए जाने की जानकारी सामने आई. ऐसा माना जा रहा है कि बहुत जल्द सौरभ चंद्राकर और रवि उप्पल को दुबई से भारत लाया जा सकता है. इधर ईडी ने सप्लीमेंट्री चार्जशीट में छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल का नाम भी शामिल कर लिया है, जिसके बाद उनकी मुश्किलें बढ़ सकती हैं.

बघेल ने कहा- राजनीतिक आकाओं के दबाव में हो रही कार्रवाई

ईडी की सप्लीमेंट्री चार्जशीट में नाम आने के बाद पूर्व सीएम भूपेश बघेल ने एक्स पर ट्वीट करते हुए लिखा कि प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने अपने सप्लीमेंट्री चार्जशीट में जिस तरह से मेरा नाम लिखा है, वह पूरी तरह से राजनीतिक षड्यंत्र का हिस्सा है. ईडी अपने राजनीतिक आकाओं के इशारे पर कूटरचना कर लोगों को गिरफ़्तार कर रही है और उनसे दबावपूर्वक मेरे और मेरे सहयोगियों के ख़िलाफ बयान दिलवा रही है. इन बयानों में जो पैसों के लेनदेन के आरोप लगाए गए हैं, उनका कोई आधार नहीं है. जिस असीम दास के पास से रुपए बरामद हुए थे, उसने जेल से अपने हस्तलिखित बयान में कह दिया है कि उन्हें भी धोखे में रखकर फंसाया गया है और उन्होंने कभी किसी राजनेता व उनसे जुड़े लोगों को पैसा नहीं पहुंचाया. अब ईडी दावा कर रही है कि उसने यह बयान भी वापस ले लिया है.

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