Vistaar NEWS

Chhattisgarh: नक्सलगढ़ के 36 छात्रों के लिए हेलीकॉप्टर से भेजे गए 10-12वीं के प्रश्नपत्र, परीक्षा के लिए जाना पड़ता था 60 किमी दूर

Chhattisgarh news

हेलीकॉप्टर से भेजे गए 10-12वीं के परीक्षा के लिए प्रश्नपत्र

Chhattisgarh: छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित जिले सुकमा के जगरगुंडा को नक्सलियों की उपराजधानी के नाम से जाना जाता है, जहां पहली बार स्कूली बच्चों के लिए हेलीकाॅप्टर से बोर्ड परीक्षा के लिए प्रश्न पत्र भेजा गया है. बड़ी बात ये है की जगरगुंडा में केवल  36 विद्यार्थी पढ़ते हैं. इनके लिए बुधवार को हेलीकॉप्टर से 10वीं और 12वीं के प्रशन पत्र भेजे गए. इलाके की संवेदनशीलता के कारण सड़क मार्ग से प्रश्न पत्र भेजा जाना संभव नहीं है. पिछले साल पहली बार जगरगुंडा में जिला प्रशासन द्वारा परीक्षा केन्द्र खोला गया था. इसके बाद से इलाके के बच्चों में परीक्षा के दौरान होने वाली परेशानियों से राहत मिली है. नक्सली गतिविधियों में कमी आने के बाद से जिला प्रशासन लगातार शिक्षा के स्तर को बढ़ाने का प्रयास का कर रहा है.

छात्रा को परीक्षा देने के लिए 3-4 दिन पहले 60 किमी दूर जाना पड़ता था

दरअसल छत्तीसगढ़ माध्यमिक शिक्षा मंडल की ओर से 1 मार्च से शुरू हो रही बोर्ड परीक्षा में संवेदनशील गांव जगरगुंडा के 10वीं के 16 और 12वीं के 20 छात्र परीक्षा देंगे. इस जगरगुंडा में पहुंचने के लिए जिला मुख्यालय से करीब 94 किमी का सफर करना पड़ता है. धुर नक्सल प्रभावित क्षेत्र होने के कारण इलाके के बच्चों को परीक्षा के दौरान भारी परेशानियों का सामना करना पड़ता था. परीक्षा देने उन्हें तीन से चार दिन पहले 60 किमी दूर दोरनापाल आना पड़ता था.

हालांकि इस इलाके में खुले पुलिस कैंप की वजह से नक्सल गतिविधियों में कमी आई है. पिछले साल बच्चों की समस्या को देखते हुए जिला प्रशासन ने जगरगुंडा में परीक्षा केन्द्र खोलने का निर्णय लिया. प्रशन पत्र हेलीकॉप्टर से भेजे गए थे. इस साल भी दोरनापाल से जगरगुंडा के बीच सड़क का काम पूरा नहीं होने की वजह से प्रश्न पत्र चॉपर के जरिए भेजे गए हैं.

ये भी पढ़ें: Rajya Sabha Election: चुनाव में जीत से BJP के मिशन को मिलेगी धार, अब राज्यसभा में बहुमत के करीब NDA

पहली बार सुकमा बना बोर्ड परीक्षा वितरण केन्द्र

आपको बता दें कि छत्तीसगढ़ में 10वीं और 12वीं बोर्ड के लिए पहली बार सुकमा को प्रश्न पत्र वितरण केन्द्र बनाया गया है. इससे पहले जिला मुख्यालय से 110 किमी दूर जगदलपुर से सभी कार्य को पूरा किया जाता था. सुकमा जिले के केंद्राध्यक्ष प्रश्न पत्र लेने जगदलपुर जाते थे. इस साल होने वाले बोर्ड परीक्षा में सुकमा जिले के 16 परीक्षा केंद्र बनाए गए हैं. जिसमें दसवीं बोर्ड में नियमित 1883, स्वाध्यायी 18, बारहवीं बोर्ड में नियमित 1495, स्वाध्यायी 33 छात्र/छात्राएं शामिल होंगे.

कड़ी सुरक्षा में भेजे गए प्रश्न पत्र

गौरतलब है कि कड़ी सुरक्षा के बीच सुकमा जिले के 16 केंद्रों में से 15 केंद्रों में भेजा जा चुका है. कलेक्टर हरिस.एस के निर्देश पर 1 केंद्र जगरगुंडा का प्रश्न पत्र सुरक्षा कारणों के मद्देनजर रखते हुए केंद्राध्यक्ष के साथ हेलीकॉप्टर में भेजा गया. हेलीकॉप्टर से भेजते समय जिला शिक्षा अधिकारी नितिन डड़सेना, सहायक जिला परियोजना समन्वयक आशीष राम, दुशन लाल मार्गे केंद्राध्यक्ष उपस्थित थे.

Exit mobile version