Raipur: नेचुरल गैस से छत्तीसगढ़ की तरक्की को मिलेगा ईंधन, उद्योग जगत ने की चर्चा
Raipur: छत्तीसगढ़ के विकास और तरक्की को लेकर राजधानी रायपुर में GAIL (गैस अथॉरिटी ऑफ इंडिया लिमिटेड) और CII (भारतीय उद्योग परिसंघ) ने ‘Transforming Industry with Green Fuels’ विषय पर कॉन्फ्रेंस की. इस सम्मेलन में नेचुरल गैस के जरिए कैसे छत्तीसगढ़ के विकास को बढ़ावा मिलेगा और clean energy (प्राकृतिक गैस आदि) पर उद्योग नेताओं, नीति निर्धारकों और विशेषज्ञों ने चर्चा की.
बेहतर भविष्य के लिए स्वच्छ ऊर्जा जरूरी
सम्मेलन को मुख्य अतिथि छत्तीसगढ़ सरकार के वाणिज्य एवं उद्योग विभाग के सचिव IAS रजत कुमार ने संबोधित किया. उन्होंने स्थाई ऊर्जा प्रथाओं को अपनाने की तात्कालिकता पर जोर दिया. साथ ही प्राकृतिक गैस जैसे स्वच्छ ईंधनों की भूमिका को उद्योगों के परिवर्तन में महत्वपूर्ण बताया. सचिव IAS रजत कुमार ने कहा कि पृथ्वी का अस्तित्व हमारे सामूहिक प्रयासों पर निर्भर है और यह जरूरी है कि उद्योग स्वच्छ ऊर्जा समाधान अपनाएं ताकि एक बेहतर भविष्य सुनिश्चित किया जा सके.
उन्होंने आगे कहा कि छत्तीसगढ़ के उद्योग LNG, PNG और CNG जैसे ग्रीन ईंधन को अपने संचालन में शामिल करने के लिए प्रयासरत हैं और एमएनजेपीएल पाइपलाइन परियोजना इस परिवर्तन को आगे बढ़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी.
उन्होंने आगे कहा कि विशेष रूप से ऊर्जा की बदलती परिस्थितियों के बीच उद्योगों के लिए LNG अपनाना बेहद जरूरी है. उन्होंने सरकार की पहल MAIL (मॉडर्नाइजिंग एंड इंटीग्रेटिंग लॉजिस्टिक्स) और एमएनजेपीएल पाइपलाइन का महत्व बताया, जो उद्योगों को प्राकृतिक गैस अपनाने में सहायता प्रदान करने में महत्वपूर्ण हैं. उन्होंने सरकारी संस्थाओं और उद्योगों के बीच समन्वय बढ़ाने की आवश्यकता पर बल दिया ताकि LNG और अन्य हरे ईंधनों को अपनाने में कोई रुकावट न हो.
आशीष सराफ ने किया संबोधित
CII छत्तीसगढ़ राज्य परिषद के अध्यक्ष और मनोरेमा इंडस्ट्रीज लिमिटेड के अध्यक्ष आशीष सराफ ने भी प्रदेश में क्लीन एनर्जी को अपनाने के महत्व और वर्तमान में इसकी आवश्यकता के बारे में बताया. उन्होंने कहा कि उद्योगों को वैश्विक पर्यावरण मानकों के साथ तालमेल बिठाने और उन्नत करने के लिए सक्रिय कदम उठाने चाहिए. उन्होंने कहा कि स्वच्छ ईंधनों की ओर संक्रमण केवल पर्यावरणीय आवश्यकता नहीं है, बल्कि एक रणनीतिक कदम है जो उद्योगों को दीर्घकालिक रूप से लागत बचत और बेहतर संचालन दक्षता के रूप में लाभ प्रदान करेगा.
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GAIL (इंडिया) लिमिटेड के परियोजना निदेशक ए के त्रिपाठी ने कॉन्फ्रेंस में प्राकृतिक गैस के बुनियादी ढांचे को आगे बढ़ाने के प्रयासों और इसके औद्योगिक क्षेत्र में बढ़ते योगदान पर विस्तृत जानकारी दी. उन्होंने प्राकृतिक गैस को एक कुशल और स्वच्छ वैकल्पिक ईंधन के रूप में प्रस्तुत किया, जो PNG, CNG और LNG के रूप में उपलब्ध है और जो उत्सर्जन को कम करने और पर्यावरणीय स्थिरता में योगदान दे सकता है. उन्होंने एमएनजेपीएल (महाराष्ट्र नेचुरल गैस पाइपलाइन) परियोजना के लाभों पर भी चर्चा की, जो मध्य भारत और छत्तीसगढ़ के उद्योगों के लिए प्राकृतिक गैस की विश्वसनीय आपूर्ति सुनिश्चित करेगी.
परिवहन क्षेत्र में LNG एक सशक्त विकल्प
GAIL इंडिया LNG मार्केटिंग के कार्यकारी निदेशक कपिल जैन ने अपने संबोधन में कहा कि परिवहन क्षेत्र में बड़ी मात्रा यूज रहे डीजल का एक सशक्त विकल्प LNG है, जो लॉजिस्टिक्स में एक-तिहाई कार्बन उत्सर्जन का कारण बनता है. LNG, डीजल से 15- 20% अधिक कुशल और 15% सस्ता है, जिससे यह उद्योग के लिए एक अत्यधिक प्रभावी और टिकाऊ विकल्प है. उन्होंने आगे बताया कि मौजूदा डीजल ट्रकों को LNG टैंक से retro- fit किया जा सकता है, जिससे 3-4 साल के भीतर निवेश की वसूली हो सकती है, और औसतन 300 किमी प्रतिदिन चलने वाले ट्रकों के लिए यह विकल्प उपयुक्त है.