Chhattisgarh Politics: लोकसभा चुनाव में विधानसभा वाला फॉर्मूला, इन सीटों के लिए जल्द आ सकती है BJP उम्मीदवारों की लिस्ट

Chhattisgarh News: छत्तीसगढ़ में बीजेपी लोकसभा चुनाव को देखते हुए 4 से 5 सीटों पर फरवरी के आखिरी सप्ताह में प्रत्याशियों की घोषणा कर सकती हैं.
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बीजेपी (फाइल फोटो)

Chhattisgarh Politics: छत्तीसगढ़ में लोकसभा की 11 सीटें हैं, इसमें से 9 सीटों पर बीजेपी का कब्जा है और 2 सीटों पर कांग्रेस के सांसद है. अब राज्य में एक बार  फिर चुनाव की तैयारी तेज हो गई है. राजनीतिक गलियारों में प्रत्याशियों के नामों को लेकर चर्चा हो रही है. वहीं बताया जा रहा है कि फरवरी के आखिरी सप्ताह में बीजेपी कुछ सीटों पर अपने प्रत्याशियों के नामों का ऐलान कर सकती है. जैसे बीजेपी ने विधानसभा चुनाव के पहले प्रत्याशियों के नाम जारी किया था. लोकसभा चुनाव में जिन सीटों पर पहले नाम जारी करने की चर्चा हो रही है. चलिए उन्हीं सीटों पर विस्तार से बात करते हैं.

लोकसभा में विधानसभा का फॉर्मूला

दरअसल छत्तीसगढ़ में बीजेपी लोकसभा चुनाव को देखते हुए 4 से 5 सीटों पर फरवरी के आखिरी सप्ताह में प्रत्याशियों की घोषणा कर सकती हैं. इसको लेकर केंद्रीय संगठन ने छत्तीसगढ़ भाजपा से रिपोर्ट भी मांग ली है. माना जा रहा है कि भाजपा लोकसभा की टिकट घोषणा विधानसभा फार्मूले पर करने का मन बना रही है. आपको बता दें कि विधानसभा चुनाव के बीच भाजपा ने पहले चरण में 21 विधानसभा प्रत्याशियों की सूची आचार संहिता लगने से पहले जारी किया था. इसका फायदा भी भाजपा को विधानसभा चुनाव में मिला है. अब इसी फार्मूले को लोकसभा चुनाव में लागू करने की तैयारी चल रही है.

इन सीटों पर उम्मीदवारों का ऐलान कर सकती है बीजेपी

जांजगीर चांपा लोकसभा सीट वर्तमान में बीजेपी के पास है. गुहा राम अजगल्ले मौजूदा कार्यकाल में जांजगीर से सांसद है. लेकिन जांजगीर-चांपा लोकसभा क्षेत्र के 8 विधानसभा सीटों में तो बीजेपी के खाते में एक भी विधानसभा सीट नहीं आई. ऐसे में बीजेपी की रणनीति है कि इस पर आचार संहिता लगने से पहले अपने उम्मीदवार की घोषणा हो सकती है.

कोरबा, बस्तर और रायगढ़ लोकसभा सीट का क्या है समीकरण?

कोरबा लोकसभा सीट कांग्रेस पार्टी के कब्जे में है विधानसभा के नेता प्रतिपक्ष डॉक्टर चरण दास महंत की पत्नी ज्योत्सना महंत वर्तमान में कोरबा से सांसद है. ऐसे में हारे हुए सीटों पर बीजेपी चाहती है आचार संहिता लगने से पहले नाम का ऐलान हो जाए ताकि प्रत्याशी को ज्यादा से ज्यादा टाइम मिले.ताकि विधानसभा की तरह पार्टी को जीत मिले. इसके अलावा बस्तर लोकसभा सीट से कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष दीपक बैज वर्तमान में सांसद है.

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रायगढ़ लोकसभा सीट काफी महत्वपूर्ण है महत्वपूर्ण इसलिए भी कि प्रदेश के मुख्यमंत्री विष्णु देव साय रायगढ़ सीट से 3 बार सांसद रह चुके हैं. वर्तमान में रायगढ़ सीट खाली है ऐसे में बीजेपी कभी नहीं चाहेगी रायगढ़ की सीट पर हार का सामना करना पड़े.2023 विधानसभा चुनाव के आंकड़ों की बात की जाए तो चार विधानसभा सीट कांग्रेस के पास है और बीजेपी के चार विधानसभा है.

गौरतलब है कि विधानसभा चुनाव के दौरान बीजेपी ने इसी फार्मूले पर काम किया था. तीन चरणों पर भारतीय जनता पार्टी ने प्रत्याशियों का नाम का ऐलान किया था. आचार संहिता लगने से पहले बीजेपी ने अपने 21 विधानसभा प्रत्याशियों के नामों की घोषणा कर दी. जो सीट बीजेपी लगातार हार रही थी.इसके अलावा पार्टी नए चेहरों पर दांव लगा सकती है. 2019 लोकसभा चुनाव में बीजेपी ने 10 सांसदों का टिकट काट दिया था.

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