Chhattisgarh: छत्तीसगढ़ में रविवार की सुबह EoW और एसीबी की टीम ने बड़ी कर्रवाई की है. रायपुर,बिलासपुर, दुर्ग , मुंगेली के साथ राज्य के कई जिलों में दबिश दी है. शराब घोटाले के मामले में एक दर्जन से अधिक लोगों के ठिकानों पर कार्रवाई चल रही है. इसमें शराब डिस्टलरियों के साथ रिटायर्ड अफसरों के घर पर टीम पहुंची है. इससे प्रदेश में सुबह सुबह हड़कंप मच गया है.
रायपुर, दुर्ग,बिलासपुर में ईओडब्ल्यू और एसीबी की कार्रवाई
दरअसल रविवार सुबह करीब 5-6 बजे ईओडब्ल्यू और एसीबी की संयुक्त टीम ने एक साथ कई जिलों में छापा मारा है. बताया जा रहा है कि आबकारी गड़बड़ी मामले में भाटिया डिस्टलरी, वेतलम डिस्टलरी. रिटायर्ड आईएएस टुटेजा,पूर्व मुख्य सचिव विवेक ढांढ, आईएएस निरंजन दास और कारोबारी, रायपुर में कांग्रेस मेयर के भाई अनवर ढेबर के ठिकानों में कार्रवाई चल रही है. कार्रवाई से पहले एसीबी ने पिछले महीने 17 जनवरी को 100 से अधिक लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराया है.
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कांग्रेस के दो पूर्व मंत्री और 5 पूर्व विधायक के नाम दर्ज है FIR
बता दें कि शराब और कोयला घोटाले मामले में ईडी ने कांग्रेस के दो पूर्व मंत्री और 5 पूर्व विधायकों के खिलाफ एफआईआर दर्ज किया है. इसमें कांग्रेस सरकार में आबकारी मंत्री रहे कवासी लखमा,पूर्व खाद्य मंत्री अमरजीत भगत का नाम शामिल है. इनके साथ पूर्व विधायक यूडी मिंज, शिशुपाल शोरी, गुलाब कमरो, चंद्रदेव राय और बृहस्पत सिंह का नाम भी शामिल है. इसके साथ कांग्रेस के कोषाध्यक्ष रामगोपाल अग्रवाल का नाम भी एफआईआर दर्ज है.
कोयला में 500 करोड़ और शराब में 2 हजार करोड़ रुपए की गड़बड़ी
माना जा रहा है कि ईओडब्ल्यू और एसीबी की कार्रवाई अभी लंबी चल सकती है. क्योंकि एफआईआर में दर्ज लोगों की लिस्ट बहुत लंबी है. राज्य में कोयला और शराब घोटाला का मामला 2022 में खुलासा हुआ था. जब ईडी ने कोयला परिवहन में अवैध लेवी के आरोप में 500 करोड़ के गड़बड़ी का दावा किया. इसके बाद चुनावी साल लगते ही शराब घोटाले में 2 हजार करोड़ रुपए के गड़बड़ी का दावा किया. इसमें राज्य के कांग्रेस सरकार जुड़े लोगों और व्यापारियों पर लगाया रेड की कार्रवाई हुई.