Delhi Liquor Scam: दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की मुश्किलें लगातार बढ़ती जा रही हैं. दिल्ली हाई कोर्ट ने मंगलवार को शराब नीति ने जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में ईडी की गिरफ्तारी को चुनौती देने वाली केजरीवाल की याचिका को खारिज कर दिया है. जिसके बाद से आरोप-प्रत्यारोप का दौर जारी है.
दिल्ली सरकार में मंत्री सौरभ भारद्वाज ने कहा कि मामला मनी लॉन्ड्रिंग का नहीं है. ये मामला हिंदुस्तान के इतिहास का सबसे बड़ा राजनीतिक षड्यंत्र है. उन्होंने आरोप लगाया कि अरविंद केजरीवाल, उनकी पार्टी और दिल्ली-पंजाब की सरकारों को नष्ट, कुचलने और खत्म करने का एक बड़ा षड्यंत्र रचा जा रहा है. सौरभ भारद्वाज ने आज के दिल्ली हाई कोर्ट के फैसले पर कहा, “जिन दलीलों पर संजय सिंह को इसी हाई कोर्ट से राहत नहीं मिली थी, उन्हीं दलीलों पर सुप्रीम कोर्ट ने राहत दी.”
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‘केजरीवाल ने रची थी साजिश’
दिल्ली हाई कोर्ट ने केजरीवाल की याचिका पर फैसला सुना दिया है. हाई कोर्ट ने कहा कि ईडी की ओर से जुटाई गई गई सामग्री से पता चलता है कि अरविंद केजरीवाल ने साजिश रची थी और अपराध की आय के इस्तेमाल और छिपाने में सक्रिय रूप से शामिल थे. ईडी के मामले से यह भी पता चलता है कि वह निजी तौर पर और आम आदमी पार्टी के बतौर संयोजक भी शामिल थे.
शराब कारोबारियों को अनुचित लाभ पहुंचाने का आरोप
कथित दिल्ली शराब घोटाले में मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल जेल में बंद हैं. आरोप है कि दिल्ली सरकार ने आबकारी नीति 2021-22 के जरिए शराब कारोबारियों को अनुचित लाभ पहुंचाया, जिससे सरकारी खजाने को नुकसान और आम आदमी पार्टी को फायदा हुआ. केंद्रीय जांच एजेंसी ईडी ने पिछले महीने सीएम केजरीवाल को गिरफ्तार किया था. जिसके बाद आम आदमी पार्टी ने ऐलान किया था कि सीएम केजरीवाल जेल से ही सरकार चलाएंगे. वहीं, दूसरी ओर उपराज्यपाल सक्सेना ने कहा कि दिल्ली की सरकार जेल से नहीं चलेगी.