राज्यसभा सांसद स्वाति मालीवाल (Swati Maliwal) ने सीएम हाउस में कथित तौर पर हुई मारपीट को लेकर अभी तक शिकायत दर्ज नहीं कराई है. ऐसा दिल्ली पुलिस का कहना है. हालांकि,अब इस मुद्दे को लेकर दिल्ली एमसीडी सदन में हंगामा देखने को मिला है. दरअसल, भाजपा पार्षदों ने एमसीडी सदन में इस मुद्दे को जोर शोर से उठाया. इस दौरान सीएम अरविंद केजरीवाल के खिलाफ नारे भी लगाए गए. बीजेपी पार्षदों ने दलित मेयर नियुक्त करने को लेकर भी हंगामा किया.
सदन की कार्यवाही स्थगित
हंगामें के बाद सदन की कार्यवाही स्थगित कर दी गई है. वीडियो में नजर आ रहा है कि पार्षद सदन के अंदर खड़े होकर लगातार नारेबाजी कर रहे हैं. इस दौरान मेयर सभी से शांत रहने के लिए कहती हैं, लेकिन बीजेपी पार्षद मानने को तैयार नहीं होते.
इस बीच दिल्ली पुलिस के अधिकारियों ने कहा कि हम सांसद की हस्ताक्षरित शिकायत प्रति के बिना जांच शुरू नहीं कर सकते. उन्होंने कहा कि न तो स्वाति मालीवाल और न ही मुख्यमंत्री कार्यालय या केजरीवाल के निजी सचिव ने औपचारिक रूप से पुलिस से संपर्क किया है.
दिल्ली एमसीडी सदन में बीजेपी पार्षदों ने सीएम अरविंद केजरीवाल के खिलाफ लगाए नारे, सदन स्थगित#Delhi #DelhiMCD #BJP #ArvindKejriwal #AamAadmiParty #VistaarNews pic.twitter.com/aNi5wF40PM
— Vistaar News (@VistaarNews) May 14, 2024
बता दें कि मालीवाल पर कथित हमला केजरीवाल के पीए बिभव कुमार ने सोमवार को मुख्यमंत्री के आधिकारिक आवास पर किया था. सुबह करीब 10 बजे स्वाति मालीवाल के फोन करने के बाद दिल्ली पुलिस ने एक टीम भेजी. एक SHO के नेतृत्व में टीम ने सीएम आवास के बाहर AAP नेता से मुलाकात की. प्रोटोकॉल के मुताबिक दिल्ली पुलिस बिना अनुमति के मुख्यमंत्री आवास में प्रवेश नहीं कर सकती.
यह भी पढ़ें: छात्र राजनीति से पॉलिटिकल डेब्यू, MLA-MP… ऐसा रहा भाजपा के कद्दावर नेता सुशील कुमार मोदी का सियासी सफर
राष्ट्रीय महिला आयोग सक्रिय
इस बीच मामले को लेकर राष्ट्रीय महिला आयोग भी सक्रिय है. एनसीडब्ल्यू ने कहा, “राज्यसभा सांसद श्रीमती स्वाति मालीवाल के साथ दिल्ली के मुख्यमंत्री के आवास पर कथित तौर पर मारपीट की गई. राष्ट्रीय महिला आयोग ने कार्रवाई की कसम खाई है, दिल्ली पुलिस से न्याय की मांग की है और एक जांच टीम भेजी है. अपराधियों को जवाबदेह ठहराया जाना चाहिए. एनसीडब्ल्यू ने एक पोस्ट में कहा, दिल्ली पुलिस इस मामले में 3 दिनों में एटीआर भेजेगी.
बताते चलें कि कथित हमले का विवरण सार्वजनिक होने के बाद से मालीवाल ने चुप्पी साध रखी है. मुख्यमंत्री आवास या दिल्ली की सत्तारूढ़ आम आदमी पार्टी की ओर से भी कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है.