Emergency Release Date: कंगना रनौत की फिल्म ‘इमरजेंसी’ को आखिरकार अपनी रिलीज डेट मिल गई है. लंबे इंतजार के बाद, अब यह फिल्म 17 जनवरी 2025 को रिलीज होगी. कंगना ने खुद सोशल मीडिया पर यह खुशखबरी साझा की और बताया कि फिल्म को सेंसर बोर्ड की मंजूरी मिल चुकी है. ‘इमरजेंसी’ में कंगना रनौत इंदिरा गांधी का किरदार निभा रही हैं. इसके अलावा, अनुपम खेर, श्रेयस तलपड़े और महिमा चौधरी भी नजर आएंगे.
17th January 2025 – The epic saga of the nation’s most powerful woman and the moment that altered India’s destiny. #Emergency – Unveils Only in cinemas on 17.01.2025! @KanganaTeam @AnupamPKher #SatishKaushik @shreyastalpade1 #MahimaChaudhry @milindrunning #VishakNair… pic.twitter.com/dC0gnYSNlW
— Kangana Ranaut (@KanganaTeam) November 18, 2024
कंगना रनौत ने अपने एक्स पोस्ट के जरिए फिल्म की रिलीज डेट का ऐलान किया. उन्होंने लिखा, “17 जनवरी 2025– देश की सबसे शक्तिशाली महिला की महाकाव्य गाथा और वो पल जिसने भारत की नियति बदल दी. इमरजेंसी से पर्दा हटेगा सिर्फ सिनेमा में.” इसके अलावा, कंगना ने अपनी इंस्टाग्राम स्टोरी पर एक फोटो शेयर की, जिसमें वो ‘इमरजेंसी’ के सेट पर हाथ जोड़कर नमस्कार करती नजर आईं. उनके साथ फिल्म की टीम भी इस खास मौके का हिस्सा बनी.
विवादों में रही फिल्म
‘इमरजेंसी’ की कहानी देश की पूर्व पीएम इंदिरा गांधी और 1975 में देश में लगे आपातकाल की घटनाओं पर आधारित है. यही वजह है कि फिल्म शुरुआत से ही विवादों में घिरी रही. फिल्म के ट्रेलर लॉन्च के बाद सिख संगठनों ने आरोप लगाया कि इसमें उनके समाज की गलत छवि पेश की गई है.
पंजाब में विरोध प्रदर्शन हुए और फिल्म पर बैन लगाने की मांग की गई. इसके चलते सेंसर बोर्ड ने फिल्म को सर्टिफिकेट देने से मना कर दिया था. पहले ‘इमरजेंसी’ को 14 जून 2024 को रिलीज किया जाना था, लेकिन राजनीतिक प्रतिबद्धताओं और सेंसर बोर्ड से जुड़ी आपत्तियों के चलते इसे कई बार टाला गया.
यह भी पढ़ें: ‘The Sabarmati Report’ की बॉक्स ऑफिस पर धीमी शुरुआत, दूसरे दिन की इतनी कमाई
सेंसर बोर्ड की शर्तें और बदलाव
सेंसर बोर्ड ने ‘इमरजेंसी’ के कुछ दृश्यों पर आपत्ति जताते हुए मेकर्स को बदलाव के निर्देश दिए. फिल्म में ऐतिहासिक मुद्दों पर डिस्क्लेमर लगाने की शर्त रखी गई. विवाद गहराने के बाद मामला हाई कोर्ट तक पहुंचा. मध्य प्रदेश हाई कोर्ट ने सेंसर बोर्ड को सिख समुदाय की आपत्तियों पर ध्यान देने का आदेश दिया. वहीं, मेकर्स ने भी बॉम्बे हाई कोर्ट का रुख किया. इसके बाद सेंसर बोर्ड की रिवाइजिंग कमेटी ने फिल्म में जरूरी बदलाव सुझाए और इसे सर्टिफिकेट जारी किया.